बदायूं : बदायूं जिले के उसैहत थाना क्षेत्र स्थित ग्राम खेडा जलालपुर में स्थित 1400 साल पुराना भैरों बाबा का मंदिर अब नष्ट होने के कगार पर है. यह ऐतिहासिक स्थल, जिसे लोग भैरों बाबा के मंदिर के नाम से जानते हैं, अब अपनी पहचान खोता जा रहा है. ग्रामीणों ने कई बार सरकार से इस स्थल के पुनरोद्धार की मांग की है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.
यह प्राचीन स्थल पत्थर की मूर्तियों और अवशेषों से भरा हुआ है, जो जैन मंदिर या बुद्ध की मूर्तियों जैसे प्रतीत होते हैं. हालांकि, यहां के आसपास मुस्लिम बस्तियां हैं, जिस कारण सफाई और देखभाल का अभाव है. यहां पर साल में एक-दो बार भंडारा किया जाता है, और लोगों की आस्था इस स्थल से जुड़ी हुई है, खासकर किसानों की, क्योंकि उनका मानना है कि यहां भौंरा (बाटी) का भंडारा करने से बारिश होती है, जो उनकी फसलों के लिए राहत का कारण बनती है.
इतिहास के अनुसार, बुजुर्गों का कहना है कि इस स्थल का निर्माण देवताओं द्वारा किया गया था. उनका मानना है कि देवता रात में पत्थर लाकर इसका निर्माण कर रहे थे, लेकिन सुबह होने पर यह कार्य अधूरा छोड़ दिया गया. यहां का निर्माण इतना विशाल और मजबूत पत्थर से हुआ है, जो उत्तर प्रदेश में कहीं भी नहीं पाया जाता, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह स्थल देवताओं द्वारा ही निर्मित किया गया होगा. ग्रामीणों ने बार-बार सरकार से इस प्राचीन स्थल का जीर्णोद्धार करने की अपील की है ताकि यह ऐतिहासिक धरोहर नष्ट होने से बच सके.