यूपी के शामली जिले में ड्रग्स इंस्पेक्टर निधि पांडेय का घूस मांगते वीडियो वायरल होने के बाद शासन द्वारा सख्त एक्शन लिया गया है. आरोपी ड्रग्स इंस्पेक्टर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर मुख्यालय से अटैच कर दिया गया है. वायरल वीडियो में वह बिना किसी खौफ के एक केमिस्ट से घूस मांगती नजर आ रही थीं.
बताया जा रहा है कि ड्रग्स इंस्पेक्टर निधि पांडेय की ये पहली पोस्टिंग थी. बीते दिनों उन्होंने एक मेडिकल स्टोर पर छापा मारा थी. इस दौरान ओके रिपोर्ट लगाने के नाम पर रिश्वत मांगी थी. तभी किसी ने इस घटना का वीडियो बना लिया. वीडियो वायरल हुआ तो अब शासन ने ड्रग्स इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया.
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे निधि पांडेय मेडिकल संचालक से कह रही हैं- ‘बार्गेनिंग न करियो, दुकान चलानी है या नहीं, अगर चलानी है तो जो पैसा बताया है निकाल. नहीं तो तेरे यहां इतनी कमियां हैं, सीधे एफआईआर होगी. अब तू खुद देख ले.’ कहा जा रहा है कि निधि पांडेय के इस तरीके के अन्य वीडियो भी सामने आए हैं, जिसके चलते केमिस्ट संगठनों में काफी आक्रोश है. पिछले काफी समय से उनके खिलाफ शिकायतें भी की जा रही थीं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही थी.
#शामली की ड्रग इंस्पेक्टर निधि पांडेय की वसूली का अंदाज देखिए..
"बार्गेनिंग न करियो. दुकान चलानी है या नहीं. चलानी है तो जो पैसा बताया है निकाल"
शामली में 3 साल तक "वसूली आतंक" मचाने के बाद मैडम सस्पेंड हुई है
बीजेपी के बड़े नेता रिश्तेदार है और कई प्रशासनिक अफसर घर में है pic.twitter.com/FaSY78e39D
— Narendra Pratap (@hindipatrakar) December 31, 2024
आपको बता दें कि निधि पांडेय के निलंबन के संबंध में प्रमुख सचिव पी. गुरूप्रसाद द्वारा आदेश जारी किए गए हैं. इसमें प्रथम दृष्टया रिश्वत हेतु मोलभाव करने, दवा व्यापारी को धमकाने, प्रताडित करने एवं अवैध रूप से औषधि व्यापार संचालित कराने में उनकी भूमिका परिलक्षित हो रही है, जो गंभीर कदाचार है तथा भ्रष्टाचार के विरूद्ध सरकार की शून्य सहिष्णुता की नीति का स्पष्ट उल्लंघन है.
फिलहाल, निधि पांडेय को उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक नियमावली 1999 के नियम-4 के अंतर्गत तत्काल प्रभाव से निलंबित कर उनके विरूद्ध उक्त नियमावली के नियम-7 के अंतर्गत विभागीय अनुशासनिक कार्रवाई संस्थित करते हुए आरोपों की जांच के लिए सहायक आयुक्त (औषधि), मुरादाबाद मण्डल को जांच अधिकारी नामित किया गया है.
उधर, ड्रग्स इंस्पेक्टर निधि पांडेय के निलंबन के बाद शामली के केमिस्टों में जश्न का माहौल है. सोमवार की दोपहर केमिस्टों ने हनुमान धाम पर बाबा बजरंगबली के दर्शन करते हुए ढ़ोल भी बजाया, जिसमें कुछ केमिस्ट नाचते हुए नजर आए. केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष देवराज सिंह मलिक ने भ्रष्टाचार के विरूद्ध प्रभावी कार्रवाई के चलते शामली जिलाधिकारी और प्रदेश शासन का आभार व्यक्त किया है.
इस पूरे मामले में एडीएम परमानंद झा जी का कहना है कि जांच के लिए डीएम साहब ने तीन अधिकारियों की टीम गठित की थी. वायरल वीडियो के आधार पर और मेडिकल स्टोर स्वामी अनीस अंसारी से बात की गई, जिसके यहां ड्रग्स इंस्पेक्टर ने छापा मारा था. अनीस के बयान और जांच-पड़ताल के बाद निधि पांडेय को डीएम द्वारा निलंबित कर दिया गया है.