उत्तर से ठंडी और शुष्क हवाओं का आना शुरू हो गया है.पिछले 24 घंटे में प्रदेश का पारा 3 डिग्री तक कम हो गया है. प्रदेश में अगले पांच दिनों में न्यूनतम तापमान में हल्की गिरावट हो सकती है. सिर्फ उत्तरी छत्तीसगढ़ में आगामी दो दिनों में शीतलहर की स्थिति रहने और घना कोहरा छाए रहने के आसार हैं.
अन्य क्षेत्रों में मौसम शुष्क रहने की संभावना है. न्यूनतम तापमान में गिरावट का दौर जारी रहने की संभावना है. प्रदेश में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 30.2 डिग्री दुर्ग में तथा सबसे कम न्यूनतम तापमान 6.4 डिग्री बलरामपुर में दर्ज किया गया.
बना हुआ है यह सिस्टम
एक नया पश्चिमी विक्षोभ, चक्रवाती परिसंचरण के रूप में इराक और आसपास के क्षेत्र में औसत समुद्र तल से 3.1 से 5.8 किमी की ऊंचाई के मध्य स्थित है. प्रदेश में मौसम शुष्क रहने की संभावना है. रायपुर में दो जनवरी को आकाश मुख्यतः साफ रहने की संभावना है. अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 29 डिग्री और 14 डिग्री के आसपास रहेगा.
रायपुर में भी गिरा पारा
मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा के अनुसार बंगाल की खाड़ी से नमी धीरे-धीरे खत्म हो रही है. बादल छंटने शुरू हो गए हैं, जिस कारण से ठंड बढ़ने लगी है। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिला मंगलवार को सबसे ठंडा रहा. यहां का न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि सरगुजा में रात का तापमान 8.2 डिग्री रेकार्ड किया गया। रायपुर में बादल छंट चुके हैं, जिसके असर से न्यूनतम पारा 14 डिग्री पर आ गया है.
बिलासपुर में कड़ाके की ठंड
न्यायधानी बिलासपुर में ठंड का प्रभाव हर दिन बढ़ रहा है. नए साल की रात कड़ाके की सर्दी रही. सर्द हवाएं चलीं. न्यूनतम तापमान 13.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. 10 साल के आंकडे़ बता रहे हैं कि जनवरी में भी खूब ठंड पड़ती है. हर साल रात में पारा 10 डिग्री से नीचे गया है.
बुधवार को दिनभर मौसम शुष्क बना रहा। रात में ठंड का असर बना हुआ था. ग्रामीण अंचल में अलाव का भी सहारा लिया गया. खासकर पहाड़ी क्षेत्र पेंड्रारोड में न्यूनतम तापमान 11.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विज्ञानियों का कहना है कि जीपीएम जिले में ठंड का असर तेज है, लेकिन बिलासपुर शहर में अभी भी तापमान सामान्य से अधिक है.