भरतपुर: 60 साल पुराने अतिक्रमण को हटाने के बाद, बिना विवाद किए सिख समाज ने गुरु ग्रंथ साहिब को किया शिफ्ट

भरतपुर : मथुरा गेट थाना क्षेत्र स्थित गिराई लाइन कॉलोनी में सड़क किनारे बीडीए की भूमि पर प्रशासन ने अतिक्रमण हटाया.यूआईटी की जमीन पर पिछले 60 साल से गुरुद्वारा के बगल में मकान बनाकर अतिक्रमण कर रखा था.भरतपुर के सौंदर्यीकरण को देखते कही कार्य सेंशन हुए है.जिसके चलते 28 दिसंबर को तहसील प्रशासन ने मौके पर जेसीबी बुलाकर पक्के मकान को ध्वस्त कर यूआईटी भूमि को अतिक्रमण से मुक्त करवाया. इस दौरान पुलिस प्रशासन भी मौजूद रहा. हालांकि अतिक्रमण हटाने के दौरान गुरुद्वारे की जमीन को छोड़ दिया था.जिला प्रशासन एवं समाज में विरोध पैदा न हो और आपसी सद्भाव बना रहे, इसलिए सिख समाज के लोगों ने स्वेच्छा से यूआईटी की जमीन पर बने गुरुद्वारे से गुरु ग्रंथ साहिब को पाई बाग स्थित सिंह सभा गुरुद्वारे में शिफ्ट कर दिया, ताकि अवैध निर्माण को प्रशासन द्बारा हटाया जा सके.

गुरबचन सिंह ने बताया कि इस जगह पर 60 साल से गुरुद्वारा बना हुआ है. पाकिस्तान से पिताजी भरतपुर आए और साथ में गुरुग्रंथ साहिब लेकर आए थे.यहां आकर के उन्होंने गुरुद्वारा बना लिया. गुरुद्वारा के बगल में उन्होंने कमरा भी बना लिया था.पिताजी की यहां छोटी-मोटी जॉब थी. उसके बाद वह पुलिस में भर्ती हो गए.गुरुद्वारा के पास बने कमरों को प्रशाशन ने हटाया.हमें फिलहाल रहने के लिए यूआईटी के फ्लैट दिए गए हैं.जिला प्रशासन एवं समाज में विरोध पैदा न हो और आपसी सद्भाव बना रहे, इसलिए सिख समाज के लोगों ने स्वेच्छा से यूआईटी की जमीन पर बने गुरुद्वारे से गुरु ग्रंथ साहिब को पाई बाग स्थित सिंह सभा गुरुद्वारे में शिफ्ट कर दिया.

भरतपुर तहसीलदार राहुल श्रीवास्तव ने बताया कि गिराई लाइन कॉलोनी में यूआईटी की जमीन थी जिस पर अतिक्रमण कर रखा था। बीडीए की ओर से इस जगह पर निर्माण के लिए काफी कार्य सेंशन हुए हैं । जिसके चलते अतिक्रमण को हटाया गया. सिक्ख समाज के लोगो को रहने के लिए प्रशासन को जगह दी गई है.उसके बाद स्वेच्छा से यूआईटी की जमीन पर बने गुरुद्वारे से गुरु ग्रंथ साहिब को दूसरे गुरुद्वारे में शिफ्ट कर दिया गया, अवैध निर्माण को प्रशासन द्बारा आसानी से हटाया जा सकेगा.

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