सुपौल: प्रखंड क्षेत्र के कुनौली पंचायत स्थित कोसी निरीक्षण भवन में शनिवार को इंडो नेपाल समन्वय बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में नेपाल के प्रदेश संख्या-2 के मुख्यमंत्री सतीश कुमार सिंह और भारतीय प्रतिनिधिमंडल के बीच सीमा क्षेत्र की नदियों से उत्पन्न समस्याओं और उनके समाधान पर गहन विचार-विमर्श हुआ. मुख्य रूप से जिता और खाड़ो नदियों के जलभराव और बाढ़ के कारण उत्पन्न संकट से निपटने के लिए ठोस कदम उठाने पर सहमति बनी.
मुख्यमंत्री सतीश कुमार सिंह ने खाड़ो नदी को उसकी पुरानी मुख्य धारा में बहने देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी। नेपाल सरकार ने इस कार्य के लिए एनओसी (अनापत्ति प्रमाणपत्र) की मांग की है. इस पर सुपौल के सांसद दिलेश्वर कामैत और निर्मली के विधायक अनिरुद्ध प्रसाद यादव ने नेपाल के मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि एनओसी शीघ्र जारी की जाएगी, जिससे कार्य शीघ्र प्रारंभ हो सके. सांसद ने कहा कि खाड़ो नदी की समस्या का समाधान जल्द होगा, जिससे सीमावर्ती क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी.
नदी की धारा बदलने के कारण वर्षों से किसान अपनी खेतीबाड़ी में नुकसान झेल रहे थे. नई योजना के तहत, खाड़ो नदी को उसकी पूर्व की धारा में बहने दिया जाएगा, जिससे जलभराव की समस्या और कृषि पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभाव में कमी आएगी.
बैठक में बाढ़ नियंत्रण के उपायों को प्राथमिकता दी गई. दोनों देशों के अभियंताओं को निर्देश दिया गया कि कार्य तेजी और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा किया जाए. विधायक अनिरुद्ध प्रसाद यादव ने बैठक के बाद निर्माणाधीन पुल और एप्रोच रोड का निरीक्षण किया. उन्होंने अभियंताओं को समयबद्ध और उच्च गुणवत्ता के साथ कार्य पूरा करने का निर्देश दिया.