हरदोई : जिले में हैरान करने वाला मामला सामने आया, जहां पत्नी का डेथ सर्टिफिकेट बनवाने गए शख्स से ग्राम पंचायत सचिव ने दो हजार रुपये रिश्वत मांगी.जब शख्स ने रिश्वत नहीं दी तो ग्राम सचिव ने पत्नी की जगह जीवित पति का ही डेथ सर्टिफिकेट बना दिया.
मामले की शिकायत डीएम के पास पहुंची तो आरोपी महिला ग्राम पंचायत सचिव को निलंबित कर दिया गया.साथ ही उसके खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई है, वहीं पीड़ित शख्स को आनन-फानन में उसकी पत्नी का डेथ सर्टिफिकेट बनाकर सौंप दिया गया है.
आपको बता दें कि पूरा मामला हरदोई जनपद के कोथावां ब्लॉक के अटवा गांव का है, जहां ग्राम पंचायत सचिव ने रिश्वत न मिलने पर पत्नी का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने आए पति को ही मृत साबित कर मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिया.
जब पति ने अपने नाम का मृत्यु प्रमाण पत्र देखा तो उसके होश उड़ गए, उसने पूरे मामले की शिकायत डीएम मंगला प्रसाद सिंह से की.डीएम ने इस पर कड़ा एक्शन लिया और कार्रवाई का आदेश दिया.जिसके बाद जिला पंचायत राज अधिकारी ने आरोपी ग्राम पंचायत सचिव को निलंबित करते हुए उसके खिलाफ एफआईआर कराई है.वहीं खंड विकास अधिकारी ने पीड़ित के घर जाकर उसको उसकी पत्नी का मृत्यु प्रमाण पत्र सौंपा.
ज्ञात हो कि हरदोई के अटवा गांव निवासी विश्वनाथ की पत्नी शांति देवी का निधन 19 दिसंबर 2024 को हो गया था. विश्वनाथ के मुताबिक, पत्नी का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए वह ग्राम पंचायत सचिव सरिता देवी के पास गया, लेकिन वह मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने में हीला हवाली करती रहीं. दो-तीन दिन बाद उन्होंने मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के लिए दो हजार रुपये की मांग की.रुपये न मिलने पर वह लगातार विश्वनाथ को दौड़ाती रहीं.
इसके बाद 3 जनवरी को ग्राम पंचायत सचिव सरिता देवी ने विश्वनाथ को उसकी मृत पत्नी शांति देवी की जगह उसके ही नाम का मृत्यु प्रमाण पत्र थमा दिया.विश्वनाथ के अनुसार, मौके पर वह मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं देख पाया, लेकिन जब वह घर पहुंचा तो उसने चेक किया तो पाया कि पत्नी की जगह उसका मृत्यु प्रमाण पत्र बन गया है.जिसपर उसने शिकायत जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह से की.