उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में ऐतिहासिक बिल्लेश्वर महादेव मंदिर में बुधवार को एक शिवलिंग क्षतिग्रस्त पाया गया. इसके बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया है. इस घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी की पहचान अवधेश कुर्मी के रूप में हुई है. वो अपनी बीवी की बीमारी की वजह से परेशान था. इस वजह से उसने इस घटना को अंजाम दिया.
अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) अखिलेश सिंह ने बताया कि यह घटना तहसील मुख्यालय से 3 किलोमीटर दूर पुरवा-मौरावां मार्ग पर पुरवा कोतवाली क्षेत्र में स्थित बिल्लेश्वर महादेव मंदिर में हुई. स्थानीय लोगों का मानना है कि अपने धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व के कारण प्रतिष्ठित शिवलिंग महाभारत काल का है. अमोनुआ खेड़ा गांव निवासी अवधेश कुर्मी अपनी पत्नी की बीमारी के कारण परेशान था.
एएसपी ने बताया कि आरोपी ने हताशा में आकर शिवलिंग को क्षतिग्रस्त कर दिया. उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. इसके साथ ही एक अन्य शिवलिंग को क्षतिग्रस्त करने की बात भी स्वीकार की है. हिंदू जागरण मंच के नेता अजय त्रिवेदी ने इस कृत्य की निंदा करते हुए कहा कि शिवलिंग के अपमान से भक्तों की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंची है. आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए.
स्थानीय लोगों ने बताया कि ऐसा माना जाता है कि भगवान कृष्ण और अर्जुन ने हस्तिनापुर से अपनी यात्रा के दौरान यहां विश्राम किया था. भगवान कृष्ण ने पूजा-अर्चना के बाद शिवलिंग का अभिषेक किया था. इस अनुष्ठान के लिए अर्जुन ने जल स्रोत बनाने के लिए जमीन पर बाण मारा था, जो आज भी मंदिर परिसर का हिस्सा है. बिल्लेश्वर महादेव मंदिर भक्तों के बीच विशेष स्थान रखता है.
बताते चलें कि उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में एक मंदिर में चोरी की घटना भी सामने आई है. यह घटना थाना सदर बाजार क्षेत्र के हकीकत नगर में स्थित मंदिर में तड़के 2:00 से 3:00 बजे के बीच हुई. चोर ने मंदिर के मुख्य गेट को तोड़कर अंदर प्रवेश किया. शनिदेव की मूर्ति के पास रखी नकदी और दान पात्र से करीब 4000 चुरा लिए. घटना की जानकारी मंदिर के प्रधान राजेंद्र चावला ने पुलिस को दी.
मंदिर में लगे CCTV कैमरों में चोर की पूरी हरकत रिकॉर्ड हो गई. फुटेज में दिखा कि चोर ने पहले मंदिर का गेट तोड़ा और फिर शनिदेव की प्रतिमा के पास गया. उसने प्रतिमा के फ्रेम को तोड़ने की कोशिश की, लेकिन सफल न होने पर वह बाहर से एक ईंट लेकर आया और शीशा तोड़ डाला. इसके बाद उसने दान पात्र को उठाकर मंदिर के वॉशबेसिन के पास ले जाकर तोड़ दिया और नकदी निकाल ली.