दूरस्थ क्षेत्रों में निवास कर रहे समुदायों को विद्यालयों, सेवाओं, अस्पतालों तथा मंडियों से जोड़ने के लिए सड़कों का निर्माण और सुधार होने से उन्हें सहूलियत मिलने के साथ ही इन समुदायों को विकास की मुख्यधारा में जोड़ने में भी आसानी होती है. अच्छी सड़कें विकास की भी कुंजी भी कही जाती है. सुरक्षित, पक्की सड़कें जिनका उपयोग मौसम के सभी हालातों में किया जा सकता है, जो पहले कभी दुर्गम रास्तों से होकर अस्पताल पहुंचते थे, देरी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती थी, अब आधुनिक चिकित्सा केन्द्र तक आसानी से पहुंच सकते हैं. कई शोध बताते हैं कि स्कूलों, कॉलेजों तक पहुंच मार्ग हो जाने से ड्रॉप आऊट संख्या में भी कमी आती है. बाजार तक पहुंच आसान होने से किसानों को फसल का बेहतर मूल्य भी मिल पाता है. जशपुर की परिस्थितियों से अच्छी तरह से वाकिफ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के राज्य की कमान संभालते ही जशपुर के कोने-कोने को मुख्यमार्ग से जोड़ने के लिए एक अभियान की तरह सड़क निर्माण की मंजूरी मिलनी शुरू हो गई. कई सड़कों का निर्माण कार्य प्रारंभ भी कर दिया गया है.
विकास की इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री के निर्देश पर कांसाबेल विकासखंड में 7 करोड़ 28 लाख 97 हजार रूपए लागत से निर्मित होने वाली 4 सड़कों सहित पुल-पुलिया निर्माण की प्रशासकीय स्वीकृति मिली है. कांसाबेल में जिन सड़कों के निर्माण की प्रशासकीय स्वीकृति मिली उनमें 1 करोड़ 59 लाख 34 हजार रूपए लागत के बगिया मेनरोड से राउतटोली पहुंच मार्ग लंबाई 1.20 किमी पुल-पुलिया सहित, 2 करोड़ 33 लाख, 97 हजार रूपए लागत के देवरी से हाईस्कूल पहुंच मार्ग लंबाई 2.40 किमी पुल-पुलिया सहित, 95 लाख 30 हजार रूपए लागत के NH43 से चेटबा हाईस्कूल पहुंच मार्ग लंबाई 1 किमी पुल-पुलिया सहित और 2 करोड़ 40 लाख 36 हजार रूपए लागत के सूजीबहार से ढुढरूडांड पहुंच मार्ग लंबाई 2.10 किमी पुल-पुलिया का निर्माण कार्य शामिल है.
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने हाल ही में सुशासन दिवस के अवसर पर कुनकुरी के सलियाटोली में आयोजित कार्यक्रम में जशपुर जिले के विकास के लिए लगभग 726.27 करोड़ रूपए की लागत के 172 निर्माण कार्याे का भूमिपूजन और लोकार्पण किया था. इनमें 65.94 करोड़ की लागत के 50 कार्यों का लोकार्पण और 660.33 करोड़ की लागत के 122 कार्यों का भूमिपूजन शामिल है.