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कर्नाटक में 6 कुख्यात नक्सलियों ने CM सिद्धारमैया के सामने किया सरेंडर, देखिए VIDEO 

कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में सीएम आवास पर छह कुख्यात नक्सलियों ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के सामने सरेंडर कर दिया. सभी नक्सली कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल के रहने वाले हैं. इनके नाम सुंदरी कुटलुरु, लता मुंडागरू, मरप्पा अरोली, वनजाक्षी बालेहोले, जिशा और के वसंत हैं. इन नक्सलियों ने पिछले कुछ महीनों में कुछ प्रगतिशील समूहों से मुलाकात की थी. इसके बाद इन्होंने सरेंडर करने का फैसला किया.

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सूत्रों के मुताबिक, ये नक्सली कई बड़े अपराधों में शामिल थे. इनके सिर पर इनाम भी था. पहले इनको चिकमगलुरु में आत्मसमर्पण करना था, लेकिन बाद में कार्यक्रम स्थल को मुख्यमंत्री के कार्यालय निवास कृष्णा में स्थानांतरित कर दिया गया. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया द्वारा गैरकानूनी संगठन के सदस्यों से हिंसा छोड़ने और लोकतांत्रिक मुख्यधारा में शामिल होने की अपील के एक सप्ताह बाद उनका आत्मसमर्पण हुआ.

इसके साथ ही बुधवार को महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में 10 लाख रुपए की इनामी दो महिला नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. ये दोनों 50 से अधिक आपराधिक मामलों का सामना कर रही हैं. इनके नाम शामला पुडो उर्फ लीला (36) और काजल वडे उर्फ लिम्मी (24) है. इन्होंने गढ़चिरौली पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है.

शामला पुडो माओवादी संगठन में “सेक्शन कमांडर” के रूप में काम करती थी, जबकि काजल वडे भामरागढ़ एलओएस (स्थानीय संगठन दस्ते) की सदस्य थी. दोनों पूर्वी महाराष्ट्र के नक्सल प्रभावित जिले गढ़चिरौली की निवासी हैं. पुडो के खिलाफ 45 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें 21 सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ और आधा दर्जन आगजनी की घटनाओं से जुड़े हैं. वडे के खिलाफ आठ मामले दर्ज हैं, जिनमें से चार गोलीबारी है.

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आत्मसमर्पण करने के बाद पुडो को 5.5 लाख रुपये और वडे को 4.5 लाख रुपए मिलेंगे, जो केंद्र और महाराष्ट्र सरकार द्वारा पुनर्वास के लिए उन पर घोषित इनाम राशि है. साल 2022 से अब तक गढ़चिरौली पुलिस के सामने 46 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है. नए साल 2025 के पहले सप्ताह में 13 माओवादी कैडरों ने पुलिस अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण किया है.

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