मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर राज्य में नामांतरण की प्रक्रिया को आसान बनाया जा रहा है. इसके लिए सुगम एप में यह सुविधा प्रदान की जा रही है. भूमि अथवा प्लॉट की रजिस्ट्री के साथ ही डाटा राजस्व विभाग को चला जाएगा, जहां से नामांतरण आसानी से हो जाएगा.
अभी प्रदेश में रोज तकरीबन 8 हजार संपत्तियों की रजिस्ट्री होती है, जिससे क्रेता द्वारा भूमि अथवा प्लॉट का नामांतरण कराने के लिए एक माह से 90 दिन तक इंतजार करना पड़ता है. इसके लिए तहसील और पटवारी कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ता है. इसे देखते हुए राजस्व विभाग अब तत्काल नामांतरण की सुविधा शुरू करने जा रहा है. इस पहल से राजस्व विभाग के साथ ही आवेदकों को भी सुविधा होगी.
राजस्व अधिकारियों का कहना है कि सुगम ऐप से रजिस्ट्री शुरू होने के बाद पूरी पादर्शिता के साथ रजिस्ट्री होगी. भुइंया रिकार्ड को सुगम ऐप से जोड़ा जा चुका है, जो रिकार्ड इसमें होगा उसके आधार पर ही रजिस्ट्री की प्रक्रिया होगी. रजिस्ट्री में ही गड़बड़ी की सभी संभावनाओं को खत्म कर दिया जाएगा. ऐसे में राजस्व रिकार्ड सही होने पर ही रजिस्ट्री होगी और इसी रिकार्ड के आधार पर 24 घंटे के भीतर नामांतरण भी हो जाएगा. अभी रजिस्ट्री कराने के बाद नामांतरण कराने के लिए तहसील कार्यालय जाना पड़ता है और वहां आवेदन देना होता है, लेकिन अब आवेदन रजिस्ट्री कराने के साथ ही पटवारी और तहसीलदार के लागिन आइडी में फारवर्ड हो जाता है. संबंधित तहसीलदार के पास रजिस्ट्रीकर्ता का आवेदन डिस्प्ले होने लगता है. इससे समय की बचत होगी.