अयोध्या: महर्षि महेश योगी रामायण विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय श्री राम तारक यज्ञ का भव्य शुभारंभ हुआ। इस आयोजन ने अयोध्या की पवित्र भूमि को एक नई आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया है. वैदिक परंपराओं के साथ शुरू हुए इस यज्ञ का उद्घाटन यज्ञाचार्य सतीश चंद्र शास्त्री ने किया. उन्होंने 21 ब्राह्मणों के साथ वैदिक मंत्रों का उच्चारण किया, जिससे पूरे विश्वविद्यालय परिसर में एक सकारात्मक और आध्यात्मिक माहौल बन गया.
वैदिक मंत्रों और सामूहिक स्तोत्र पाठ से गूंजा परिसर
यज्ञ के पहले दिन 251 ब्राह्मणों ने सामूहिक रूप से राम रक्षा स्तोत्र का पाठ किया। इस आयोजन में महर्षि रामायण विद्यापीठ ट्रस्ट के कुलाधिपति अजय प्रकाश श्रीवास्तव, उनकी पत्नी निशी श्रीवास्तव और पुत्र आलोक मुख्य यजमान के रूप में उपस्थित रहे। देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना और आहुति के साथ यज्ञ प्रारंभ हुआ, जिसमें भक्तों ने धर्म और अध्यात्म की गहराई को महसूस किया।
प्रमुख हस्तियों ने की भागीदारी
इस आयोजन में अयोध्या के महापौर गिरीशपति त्रिपाठी, श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, उपाध्यक्ष राहुल और ट्रस्टी पंकज शर्मा सहित कई प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया. इसके साथ ही महर्षि महेश योगी के अनुयायी और देश-विदेश से आए श्रद्धालु भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बने.
अयोध्या को बनाएगा प्रमुख धार्मिक केंद्र
इस यज्ञ का मुख्य उद्देश्य धर्म, शांति और आध्यात्मिकता का प्रसार करना है. तीन दिनों तक चलने वाले इस आयोजन में प्रतिदिन राम रक्षा पाठ, हवन और अन्य धार्मिक अनुष्ठान किए जाएंगे. यह यज्ञ न केवल अयोध्या की धार्मिक विरासत को सशक्त करेगा, बल्कि इसे एक प्रमुख धार्मिक केंद्र के रूप में स्थापित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
श्री राम तारक यज्ञ ने न केवल अयोध्या, बल्कि समूचे देश को धर्म और अध्यात्म की ऊर्जा से भर दिया है. भक्तों का उत्साह और श्रद्धा इस आयोजन की सफलता को दर्शाती है.