बिहार के गोपालगंज में टोल प्लाजा के कर्मियों की लापरवाही से एक मासूम की गर्भ में ही मौत हो जाने का मामला सामने आया है. इस मामले में टोल प्लाजा के कर्मियों पर गैर इरादतन हत्या की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. पुलिस एफआईआर दर्ज कर पूरे मामले की जांच में जुट गयी है.
टोल प्लाजा पर जाम की वजह से हुई घटना
बताया जाता है कि बरहिमा गांव की प्रसूति महिला गरिमा पांडेय को लेबर होने पर परिजन उसे निजी वाहन से अस्पताल जा रहे थे. टोल प्लाजा पर जाम होने के कारण उन्हें घंटों इंतजार करना पड़ा. भीषण जाम के कारण गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचने में देरी हो गयी और नवजात की गर्भ में ही मौत हो गयी.
प्लाजा के कर्मियों ने नहीं सुनी गुहार
प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला के परिजनों ने टोल प्लाजा के प्रबंधक और कर्मचारियों से मदद की गुहार लगायी थी, लेकिन कोई सहायता नहीं मिली. इसके चलते अस्पताल पहुंचने से पहले ही गर्भ में पल रहे शिशु की मौत हो गयी. इस घटना से आहत महिला के परिजन सोनू पाण्डेय ने टोल प्लाजा के प्रबंधक राजीव कुमार शर्मा, कृष्ण मोहन मिश्रा और अन्य कर्मियों के खिलाफ सिधवलिया थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है. पुलिस ने मामले में गैरइरादतन हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
पिछले महीने ही चालू हुआ था टोल प्लाजा
टोल प्लाजा के कर्मियों की लापरवाही से हुयी इस घटना से क्षेत्र के लोगों मे आक्रोश देखा जा रहा है. बता दें कि पिछले महीने ही एनएच-27 पर ये टोल प्लाजा चालू हुआ था, जिसके बाद से यहां लगातार जाम की स्थिति बनी हुई है. जाम के कारण अक्सर एनएच-27 पर वाहनों की लंबी कतार लग जाती है और लोग घंटों तक सड़क पर ही फंसे रह जाते हैं.
घटना 4 जनवरी की है. इसमें सोनू पांडेय के द्वारा एफआईआर दर्ज कराई गई है कि उनके भाई की पत्नी को प्रसव पीड़ा होने के बाद गोपालगंज ले जाया जा रहा था. यहां टोल प्लाजा पर जाम होने पर टोल प्लाजा के कर्मियों से निवेदन किया गया जिसको लेकर विवाद हुआ और विलंब होने के कारण बच्चे की मौत हो गयी. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.