हाथरस : उत्तर प्रदेश के जनपद हाथरस में शनिवार को जिला प्रशासन ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए शहर के मथुरा रोड पर स्थित रेडक्रॉस सोसायटी की करोडों रुपये कीमत की तकरीबन 13 हजार स्क्वायर फीट जमीन को 44 सालों के बाद कब्जा मुक्त कराते हुए अपने अपने कब्जे में ले लिया है.
प्रशासन के द्वारा कब्जा मुक्त कराई गई रेडक्रॉस सोसायटी की जमीन पर बीते काफी लंबे समय से सुजाता हॉस्पिटल के नाम से एक अस्पताल संचालित हो रहा था, आरोप है कि इस अस्पताल का निर्माण कराने वाले डॉक्टर हरिश्चंद्र ने दस्तावेजों में छेड़कर करके संस्था की इस जमीन को अपने नाम करा लिया था.
बताते चलें यह पूरा मामला एक शिकायतकर्ता के द्वारा की गई शिकायत की जांच करने के लिए जिलाधिकारी द्वारा गठित की गई टीम की जांच में सामने आया, जांच करने वाली टीम ने पाया कि साल 1936 में ठाकुर श्रीकृष्ण चंद्र जी महाराज ट्रस्ट ने 13,000 स्क्वायर फीट जमीन रेडक्रॉस सोसायटी को दी थी, जिसे साल 1980 में नगर पालिका ने डॉ. प्रमोद कुमार को संचालन के लिए सौंपा दिया था.
इसके बाद शहर के एक प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. हरिश्चंद्र ने दस्तावेजों में छेड़छाड़ करके रेडक्रॉस सोसायटी की जमीन को अपने नाम करा लिया और वहां सुजाता हॉस्पिटल के नाम से एक बड़ा वाणिज्यिक अस्पताल बना दिया, बीते साल इस अस्पताल को सीएमओ कार्यालय से लाइसेंस भी नहीं मिला था. जिसकी वजह से यह अस्पताल गुपचुप तरीके से संचालित किया जा रहा था, लेकिन कुछ समय पहले इस पर कार्यवाही हुई और इसे बंद कर दिया गया.
प्रशासन के द्वारा की गई कब्जा मुक्त कार्यवाही से पहले वर्तमान में अस्पताल का संचालन करने वाले डॉक्टर को जगह खाली करने का नोटिस भी दिया था, लेकिन डॉक्टर के द्वारा जगह को खाली नहीं किया गया. जिसके चलते एडीएम और एसडीएम सदर के अलावा संबंधित विभागीय अधिकारियों ने पुलिस बल के साथ अस्पताल पहुंचकर कटर की मदद से डॉक्टर के द्वारा लगाए गए करीब 10 तालों को काटकर अपने ताले लगाकर जमीन को कब्जे में कर लिया है.