Vayam Bharat

जीशान ने बिल्डर लॉबी पर उठाई उंगली, पुलिस पर लगाए ये सनसनीखेज इल्जाम… बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में क्या छुपा रही है पुलिस?

एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में मुंबई पुलिस कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को क्लीन चिट दे चुकी है. उसके छोटे भाई अनमोल बिश्नोई को इस केस का असली मास्टरमाइंड बताया गया है. लेकिन बाबा के बेटे जीशान सिद्दीकी ने चार्जशीट पर कई गंभीर सवाल उठाए हैं. जीशान का कहना है कि मुंबई पुलिस असली कातिल और कत्ल की असली वजह को छुपाने की कोशिश कर रही है. उनका इल्जाम है कि उन्होंने पुलिस को ऐसे कई नाम बताए हैं जिन पर उन्हें शक है.

Advertisement

जीशान सिद्दीकी का कहना है कि मुंबई पुलिस सारा इल्जाम लॉरेंस के भाई अनमोल बिश्नोई पर डालकर केस को निपटाने की कोशिश कर रही है. जबकि जिन बिल्डर लॉबी पर उन्होंने शक जताया उनमें से आजतक एक से भी पूछताछ नहीं की गई. उनका ये भी सवाल था कि जब बाबा सिद्दीकी मर्डर केस के असली साजिशकर्ता पुलिस के हाथ ही नहीं लगे, तो फिर पुलिस ने कत्ल की वजह कहां से ढूंढ निकाली. दरअसल, मुंबई पुलिस ने बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में चार्जशीट दाखिल की है.

इस चार्जशीट में कुल 29 लोगों को आरोपी बनाया गया है. जबकि असली साजिशकर्ता के तौर पर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई का नाम चार्जशीट में दर्ज किया है. हैरानी की बात ये की बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में मुंबई पुलिस ने लॉरेंस को क्लीन चिट दे रखी है. उसका नाम चार्जशीट में कहीं नहीं है. इसी के बाद से ही चार्जशीट को लेकर तमाम सवाल उठ रहे हैं. जीशान मुंबई पुलिस से सीधा सवाल करते हैं कि क्या अनमोल ने बाबा की हत्या की बात स्वीकार की है?

बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में लॉरेंस बिश्नोई को क्लीन चिट देने के अलावा मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच की तरफ से सोमवार को स्पेशल मकोका कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में बाबा सिद्दीकी के कत्ल की वजह को लेकर भी कई सवाल उठते हैं. इन सवालों पर बात करने से पहले मुंबई पुलिस की चार्जशीट की ज़ुबानी बाबा सिद्दीकी के कत्ल की कहानी सुन लेते हैं. मुंबई पुलिस के मुताबिक बाबा सिद्दीकी के कत्ल की चार वजह थी. पहली बीते साल 14 अप्रैल को सलमान खान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट पर शूटआउट की प्लानिंग की नाकामी. दूसरी शूटआउट के बाद सलमान खान की सुरक्षा घेरा का बढ़ाया जाना. तीसरी बाबा की सलमान से दोस्ती.

चौथी बाबा सिद्दीक़ी की कथित तौर पर दाऊद इब्राहीम से नज़दीकी. मुंबई पुलिस के मुताबिक बीते साल 14 अप्रैल को सलमान के घर जो गोलियां चलाई गई थीं तब लॉरेंस गैंग का प्लान ये था कि गैलैक्सी अपार्टमेंट पर कुल 50 राउंड गोलियां दागी जाएं. शूटर गोली चलाते वक्त अपने हेलमेट उतार दें और गोली चलाने के दौरन बाइक की रफ्तार बेहद कम हो. लेकिन हुआ ये कि शूटर सलमान खान के घर के बाहर सिर्फ पांच राउंड ही गोली चला सके. बाइक की रफ्तार भी कम थी.

इसके बाद में शूटर बड़ी आसानी से सीसीटीवी कैमरों की मदद से पकड़ भी लिए गए. मुंबई पुलिस की मानें तो लॉरेंस गैंग ने इस शूटआउट को एक नाकामी के तौर पर लिया और फिर तय किया कि अब गोली घर पर नहीं सीधे सलमान खान पर चलाई जाएगी. अब प्लान सलमान को मारने का था. इसके लिए बाकायदा रेकी जारी थी. लेकिन सलमान के घर चली गोली के फौरन बाद उनकी सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी. इस बात का अहसास लॉरेंस गैंग को रेकी के दौरान हो चुका था.

उन्हें लगा कि सलमान खान के इर्द-गिर्द की सुरक्षा को देखते हुए गोली चलाना मुश्किल है. बसी तभी उन्होंने ये दूसरा आइडिया ड्रॉप कर दिया. लेकिन गैंग हार मानना नहीं चाहता था. अब सलमान तक पहुंचने की बजाए गैंग उनके करीबियों की लिस्ट बनाने लगता है. तभी उनकी नज़र बाबा सिद्दीकी पर पड़ती है. सलमान के साथ बाबा सिद्दीकी की ढेरों तस्वीरें सोशल मीडिया पर पड़ी थीं. अपनी इफ्तार पार्टी में शाहरूख-सलमान में दोस्ती कराने वाले भी बाबा सिद्दीकी थे.

लिहाजा गैंग ने अब बाबा सिद्दीकी को मार कर सलमान के साथ-साथ मुंबई के बाकी बड़े लोगों तक भी मैसेज पहुंचाने और मुंबई में अपनी ज़मीन मज़बूत करने का फैसला किया. हालांकि पहले बाबा सिद्दीकी के बेटे ज़ीशान को मारने का प्लान था. लेकिन फिर बाबा को मारना तय हुआ. तय ये भी हुआ कि दोनों साथ मिल जाएं तो दोनों को ही मार दो. गैंग ने बाबा सिद्दीकी को मारने की एक और वजह भी ढूंढ ली थी. वो थी बाबा सिद्दीकी की अंडरवर्लड डॉन दाऊद से करीबी.

लॉरेंस गैंग खुद को राष्ट्रवादी गैंग बताता है. दाऊद को राष्ट्रविरोधी. इसीलिए दाऊद का नाम जिससे भी जुड़ता है गैंग उसे अपना दुश्मन मानता है. चार्जशीट के मुताबिक बाबा सिद्दीकी या उसके बेटे को गणपति विसर्जन के दिन ही मारना था. क्योंकि दोनों हर साल विसर्जन में हिस्सा लेने जाते थे. इरादा भीड़ का फायदा उठाकर गोली मारने का था. लेकिन पिछले साल बाबा किसी वजह से अपने इलाके के विसर्जन में नहीं जा सके. इसी के बाद जीशान के दफ्तर के बाहर मारने का प्लान बना.

आखिरकार 12 अक्टूबर 2024 को शूटरों को मौका मिल गया. जीशान दफ्तर से कुछ समय पहले ही निकल गए, इसलिए बच गए. इस शूटाआउट के बाद दो शूटरों को मौके पर ही पकड़ लिया गया था, जबकि तीसरा भागने में कामयाब रहा. बाबा सिद्दीकी के कत्ल के कुछ घंटों बाद गैंग से जुड़े पुणे के एक लड़के शुभम लोनकर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डालकर उनके कत्ल की जिम्मेदारी ले ली. इसी लड़के ने सभी शूटरों को हत्या के लिए हथियार उपलब्ध कराए थे.

4590 पन्नों की चार्जशीट में बाबा सिद्दीकी के कत्ल के लिए जिम्मेदार कुल 29 लोगों के नाम दर्ज किए गए हैं. इनमें बाबा सिद्दीकी पर गोली चलाने वाला मेन शूटर शिव कुमार गौतम का नाम भी शामिल है. इन 29 आरोपियों में से 26 आरोपी पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं. सिर्फ तीन हैं जो अब भी पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं. इनमें पहला मोहम्मद यासीन अख्तर उर्फ सिकंदर, दूसरा शुभम लोनकार और तीसरा लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई अनमोल बिश्नोई है.

2024 के आखिर में अनमोल बिश्नोई को अमेरिकी एजेंसियों ने पकड़ लिया था. फर्जी यात्रा दस्तावेज के साथ. वो अब भी अमेरिकी एजेंसियों के हिरासत में है. मुंबई पुलिस सूत्रों के मुताबिक अमेरिका में अनमोल की गिरफ्तारी की खबर मिलने के बाद मुंबई पुलिस ने सरकार के जरिए उसको अमेरिका से मुंबई लाने की कोशिश शुरू कर दी थी. मुंबई पुलिस का मानना है कि बाबा सिद्दीकी मर्डर केस का मेन मास्टरमाइंड होने की वजह से अनमोल बिश्नोई से पूछताछ जरूरी है.

चार्जशीट में 29 आरोपियों के साथ साथ बाबा सिद्दीकी मर्डर केस से जुड़े 180 गवाहों के नाम भी दर्ज हैं. स्पेशल मकोका कोर्ट में दायर चार्जशीट में गिरफ्तार 26 आरोपियों के पास से 5 पिस्टल, 6 मैग्जीन और 84 राउंड गोलियों की बरामदगी दिखाई गई है. इसके साथ ही आरोपियों के पास से 35 मोबाइल बरामद होने की भी बात कही गई है. तो ये तो रही बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में दाखिल चार्जशीट की जुबानी पूरी कहानी. इसके हिसाब से बाबा का कत्ल सलमान की वजह से हुआ.

मुंबई पुलिस की चार्जशीट वाली इस कहानी में कई झोल हैं. सबसे बड़ा झोल तो हमनें पहले ही बता दिया कि इस चार्जशीट से लॉरेंस बिश्नोई का नाम गायब है. सीधे-सीधे कहें तो मुंबई पुलिस ने लॉरेंस को क्लीन चिट ही दे दी है. बाबा सिद्दीकी मर्डर केस का असली मास्टरमाइंड लॉरेंस के छोटे भाई अनमोल बिश्नोई को बना दिया है. हालांकि खुद अनमोल बिश्नोई मुंबई पुलिस की गिरफ्त से दूर इस वक्त अमेरिका में है. ऐसे में बिना उससे पूछताछ ये नतीजा कैसे निकाला जा सकता.

बीते साल 14 अप्रैल को सलमान खान के घर हुए शूटाआउट के मामले में मुंबई पुलिस ने जो चार्जशीट दाखिल की थी. उसमें बकायदा लॉरेंस बिश्नोई का भी नाम है. लेकिन कमाल देखिए कि मुंबई पुलिस गैलेक्सी अपार्टमेंट शूटआउट का प्लान फेल होने, उसके बाद सलमान की सुरक्षा कड़ी होने और फिर उनके करीबी होने की वजह से बाबा सिद्दीकी को मारने की कहानी सुना रही है. यानि गैलेक्सी के नाकाम शूटआउट से लेकर बाबा सिद्दीकी के मर्डर तक के सारे तार वो एक-दूसरे से जुड़े तो बता रही है, लेकिन लॉरेंस को क्लीन चिट दे रही है. सवाल ये है कि जब सारे तार एक-दूसरे से जुड़े हैं, तो बाबा सिद्दीकी मर्डर केस से लॉरेंस का नाम क्यों गायब है.

Advertisements