केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रोड एक्सीडेंट के बढ़ते मामलों के बीच एक बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा कि सरकार सड़क दुर्घटना के पीड़ितों को तुरंत हॉस्पिटल ले जाने वालों को लिए दी जाने वाली इनाम की राशि को बढ़ाएगी. एक्सीडेंट का शिकार हुए शख्स को सही समय पर अस्पताल पहुंचाने पर अब पुरस्कार की राशि को बढ़ाकर 25,000 रुपये किया जाएगा. मौजूदा समय में ऐसा करने वालों को 5,000 रुपये पुरस्कार की राशि दी जाती है. इस बदलाव के बाद मौजूदा समय की पुरस्कार राशि से ये पांच गुना बढ़ जाएगी.
सड़क सुरक्षा से जुड़े अहम मसले पर अभिनेता अनुपम खेर से बातचीत के दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि उन्होंने अपने सड़क परिवहन मंत्रालय को पुरस्कार राशि बढ़ाने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि किसी की जान बचाने जैसा बड़ा और बहुमूल्य काम करने वाले शख्स को दी जाने वाली ये राशि बहुत ही कम है. गडकरी ने कहा कि जो सड़क दुर्घटना के शिकार लोगों को एक घंटे के भीतर अस्पताल या ट्रॉमा केयर सेंटर पहुंचाता है तो ये किसी की जान को बचाने में बहुत जरूरी हो सकता है.
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
2021 में शुरू किया गया था प्रोत्साहन
सरकार की ओर से अक्टूबर 2021 से सड़क दुर्घटना पीड़ितों की मदद करने वाले लोगों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से इसे शुरू किया गया था. इसी उद्देश्य से पुरस्कृत करने की व्यवस्था शुरू की गई. लेकिन सड़क परिवहन मंत्रालय की वेबसाइट ने गुड सेमेरिटन के बारे में बताया है.
मंत्रालय की तरफ से गुड सेमेरिटन को एक ऐसा शख्स बताया है सद्भावनापूर्वक, लोगों की मदद के उद्देश्य से, बिना किसी पुरस्कार से लालच से लोगों की मदद करता है. साथ ही एक्सीडेंट के पीड़ित शख्स की देखभाल या विशेष संबंध के किसी भी कर्तव्य के बिना, दुर्घटना, आपातकालीन चिकित्सा स्थिति, या आपातकालीन स्थिति में घायल शख्स को तुरंत सहायता देने की खुद की इच्छा के साथ उसकी मदद करता है.
ये योजना पुरस्कार देने के साथ-साथ मान्यता का सर्टिफिकेट भी देती है. इसके जरिए ये यह सुनिश्चित करने की कोशिश की जाती है ताकि, वास्तविक शख्स को ही ये दिया जाए. इस पुरस्कार को पाने के लिए किसी के लिए सत्यापन और समर्थन के कई स्तर तय किए गए हैं.
इसके अलावा, नियम तय करती है कि जो लोग भयंकर दुर्घटना में पीड़ितों की मदद के लिए आते हैं, वे इन प्रोत्साहनों को प्राप्त करने के पात्र हैं. फिलहाल, इसके लिए सार्वजनिक डोमेन में कोई डेटा मौजूद नहीं है कि कितने गुड सेमेरिटन ने लोगों की जान बचाने में मदद की है और अब तक कितनों को पुरस्कृत किया जा चुका है.