बर्तन में फंसा 2 साल का मासूम, दुकान पर छैनी-हथौड़े से काटा… तब निकला बाहर

मध्य प्रदेश के सागर शहर के चकराघाट वार्ड में रविवार को एक परिवार की जान उस वक्त सकते में आ गई जब उनका 2 साल का बच्चा एक बर्तन में जा फंसा. यहां रहने वाले अनुज जैन का दो साल का बेटा आरव जैन खेलते-खेलते एक तांबे के बड़े कुंडनुमा बर्तन में फंस गया. गनीमत रही कि समय रहते बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया.

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घटना रविवार सुबह करीब 10 बजे की है, जब आरव घर की छत पर खेल रहा था. खेल-खेल में वह पानी के पुराने बर्तनों के पास चला गया और वहां रखे एक बड़े तांबे के कुंड में सिर और शरीर डालकर अंदर घुस गया. बैठने के दौरान आरव बर्तन में फंस गया. बर्तन में बच्चा ऐसा फंसा कि पूरे परिवार परिशान हो गया लेकिन उसे बाहर नहीं निकाला जा सका. जैसे-जैसे वह बर्तन में फंसता गया, वैसे ही उसकी घबराहट भी बढ़ने लगी और उसने रोना शुरू कर दिया.

परिजनों की सांसें अटकी

आरव की आवाज सुनकर परिवार के लोग दौड़े और उसे बाहर निकालने की कोशिश की. बर्तन की बनावट और तंग जगह के कारण वे सफल नहीं हो सके. बच्चे की हालत बिगड़ती देख परिजन घबरा गए और बिना देर किए उसे उसी बर्तन को साथ लेकर शहर के चमेली चौक स्थित एक ताम्रकार की दुकान पर पहुंचे.

ताम्रकार ने स्थिति को समझते हुए तुरंत छैनी और हथौड़े की मदद से बर्तन को सावधानीपूर्वक काटना शुरू किया. करीब 15 मिनट की मेहनत के बाद उन्होंने बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया. राहत की बात यह रही कि बच्चे को कोई चोट नहीं आई और वह पूरी तरह से स्वस्थ्य है.

परिजन ने बताया कि जिस समय आरव को बाहर निकाला गया उस वक्त उनकी सांसें अटकी हुई थीं. बच्चे को सकुशल देखकर सभी ने राहत की सांस ली और ताम्रकार का धन्यवाद किया. इस घटना ने यह भी सिखाया कि छोटे बच्चों को अकेले खेलने नहीं देना चाहिए.

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