राजस्थान के नागौर में पुलिस ने हनीट्रैप गिरोह का पर्दाफाश किया है. इस गिरोह में शामिल युवती और उसके दो साथी पहले दोस्ती और मोहब्बत का झांसा देते, फिर नशीला पदार्थ पिलाकर अश्लील वीडियो बनाते. इसके बाद उसी वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर लाखों रुपए ऐंठ लेते थे.
44 वर्षीय विनोद सांखला हैदराबाद में मिठाई की दुकान चलाते हैं. अगस्त में वे नागौर आए. यहां उनके रिश्तेदार हरेंद्र ने उन्हें अपने दोस्त महेंद्र के घर चलने को कहा. हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के एक किराए के कमरे में जब विनोद पहुंचे, तो वहां पहले से मौजूद दो युवतियों को देखकर असहज हो गए. उन्होंने जाने की बात कही, लेकिन हरेंद्र ने बात टालते हुए कहा कि पहले ठंडा पी लो, फिर चलते हैं.
कुछ ही देर में हरेंद्र कोल्ड ड्रिंक लेकर आया. जैसे ही विनोद ने घूंट भरा, सबकुछ धुंधला होने लगा. उन्हें होश आया तो बहुत देर बाद… और उसके बाद हनीट्रैप हो चुका था.
डर और बदनामी के खौफ में विनोद ने अलग-अलग किस्तों में करीब 4 लाख रुपए दे दिए. लेकिन लालच की कोई हद नहीं होती. आरोपियों ने और 50 लाख की मांग शुरू कर दी. जब धमकियां बढ़ने लगीं, तो आखिरकार विनोद ने हिम्मत जुटाई और थाने पहुंचकर पूरा मामला पुलिस को बताया.
पुलिस की दबिश और गिरफ्तारी
जैसे ही शिकायत दर्ज हुई, कोतवाली थाना अधिकारी वेदपाल शिवरान ने टीम बनाई और दबिश दी. अचानक कार्रवाई में पुलिस ने उसी किराए के कमरे से एक युवती और दो युवकों को दबोच लिया. आरोपियों की पहचान 27 वर्षीय महेंद्र पुत्र शैतानाराम, 30 वर्षीय हरेंद्र पुत्र पन्नालाल और 20 साल की आरती निवासी बीकानेर के रूप में हुई.
पुलिस ने तीनों के मोबाइल फोन भी जब्त किए, जिनमें कई और चौंकाने वाले सबूत मिल सकते हैं. पुलिस का शक है कि यह गिरोह पहले भी कई लोगों को अपने जाल में फंसा चुका है. अब पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है.
विनोद सांखला ने पुलिस को धमकी भरे कॉल की रिकॉर्डिंग और पैसों की मांग के स्क्रीनशॉट भी दिए हैं. उन्होंने कहा कि मैं सोच भी नहीं सकता था कि मेरा ही रिश्तेदार मुझे ऐसे जाल में फंसा देगा. डर और मजबूरी में लाखों रुपए दिए. मैं चाहता हूं कि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले.