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6 महीने की बच्ची को लगाया बेहोशी का इंजेक्शन, फिर उठ नहीं सकी मासूम; मौत पर मचा बवाल

कर्नाटक के चामराजनगर के गुंडलपेट में एक 6 महीने की बच्ची की मौत हो गई. उसके माता-पिता ने आरोप लगाया है कि बच्ची की मौत अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही की वजह से हुई है. उन्होंने आरोप लगाया कि बच्ची को एनेस्थीसिया की ओवरडोज दी गई, जिसके बाद बच्ची होश में ही नहीं आई और उसकी मौत हो गई. परिजनों ने डॉक्टरों को नौकरी से निकाले जाने की मांग की है.

दरअसल चामराजनगर के गुंडलपेट में माता-पिता अपनी 6 महीने की बच्ची के कान छिदवाने के लिए एक क्लीनिक पर लेकर गए थे. कान छिदवाने में अक्सर बच्चों को दर्द होता है. इसी दर्द से बचने के लिए बच्ची को पहले एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लगाया. ये एक तरह का बेहोशी का इंजेक्शन होता है. इस इंजेक्शन के लगने से मरीज को कम दर्द होता है. इसे ज्यादातर किसी सर्जरी से पहले मरीज को दिया जाता है.

एनेस्थीसिया की ओवरडोज देने का आरोप

क्लीनिक में जब बच्ची को एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लगाया गया. वह बेहोश हो गई. काफी समय बीत जाने के बाद भी वह होश में नहीं आई तो बच्ची को गुंडलपेट के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में रेफर कर दिया गया. फिर तुरंत बच्ची को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन बच्ची की जान नहीं बचाई जा सकी. माता-पिता का आरोप है कि बच्ची को एनेस्थीसिया की ओवरडोज दी गई

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पता चलेगी वजह

हंगला गांव के रहने वाले आनंद और सुभा का उनकी 6 महीने की बच्ची की मौत के बाद रो-रोकर बुरा हाल हो गया. सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि एनेस्थीसिया की ओवरडोज दिए जाने के बाद बच्ची को दौरे पड़ने लगे. डॉक्टर अलीम पाशा ने कहा कि बच्चे को बचाने की पूरी कोशिश की गई, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका. अधिकारियों ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा कि बच्ची की मौत की असल वजह क्या है. अगर डॉक्टर्स की लापरवाही सामने आती है, तो उन पर एक्शन लिया जाएगा.

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