उत्तर प्रदेश : फतेहपुर जिले से धोखाधड़ी का एक मामला सामने आया है.यहां शेयर ट्रेडिंग में फायदे का लालच देकर एक व्यापारी से एक करोड़ रुपये ठग लिए गए. आरोपियों ने रुपए विभिन्न बैंक खातों में ऑनलाइन ट्रांसफर कराए.पीडि़त की तहरीर पर पुलिस ने 10 लोगों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है.
इनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं.पुलिस ने मामले की जांच-पड़ताल शुरू कर दी है.जानकारी के अनुसार, बिंदकी कोतवाली क्षेत्र कस्बा स्थित महरहा रोड के रहने वाले वसुमित्र ओमर ने पुलिस को शिकायती पत्र दिया.29 सितंबर 2024 को उनके पास जेपी मार्गन स्टाक क्लब नाम के व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल होने का मैसेज आया था.
आयुष शर्मा, नीता शर्मा व सोनेका विश्वनाथन ग्रुप के एडमिन थे। सनोका ने जेपी मार्गन का कर्मचारी बताया व्यापारी इसके बाद सनोका ने जेपी मार्गन की वेबसाइट लिंक पर वसुमित्र को इक्विटी में खाता खोलने की बात कही.जिसपर आरोपियों ने 16 बैकों के खाते में पैसा ट्रांसफर करा लिया.
शेयर खरीद-फरोख्त में मुनाफे के लालच में व्यापारी ने एकाउंट ओपन किया और पिता श्रवण के बीसीसी खाते से जेपी मार्गन नामक बैंक ऑफ महाराष्ट्र के खाते में 2 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए.
इसके बाद ट्रेडिंग अकाउंट से पहली बार 97,584 रुपये का शेयर खरीदा.प्रार्थी को 4874 रुपये का मुनाफा हुआ.इसी तरह विभिन्न शेयरों और आईपीओ के लिए उपरोक्त लोगों के बताए अनुसार वासुमित्र ने 16 बैंकों के खातों में 23 लाख 40 हजार 903 रुपये ट्रांसफर किये.
वासुमित्र ने जमा रुपयों से कुछ रकम वापस करने के लिए रिक्वेस्ट की तो नीता और आयुष 20 परसेंट कमीशन की मांग की.तथा रुपये वापसी के लिए 29.70 लाख की डिमांड किया इसी तरह ड्रीम क्रिएशन नामक व्हाट्सएप ग्रुप के एडमिन आकाश पवार, जीवन पटवा सहित अनीशा ने एक एप डाउनलोड कराया तथा वासुमित्र को कंपनी सेबी रजिस्टर्ड दिखाकर इक्विटी खाते में 14 अक्टूबर को 50 हजार रुपये अनीशा के बैंक खाते में डालवया.
यहां भी शेयर ट्रेडिंग में फायदा होने पर परिवार के अन्य सदस्यों के खातों से वसुमित्र ने कुल 76 लाख 82 हजार 388 रुपये अनीशा के बताए गए 11 बैंक के खातों में ट्रांसफर किये.व्यापारी वसुमित्र जीवन टीम और वी-डिसक्सन ग्रुप में भी दिलचस्पी दिखाते हुए जुड़ गया.टीम के सदस्य प्रसन्ना परमेश्वरन, प्रकाश नायर, लक्ष्मी और रवींद्र ने वसुमित्र को विश्वास में लेकर धोखाधड़ी किया.
बीते 3 दिसंबर को जमा रुपये निकालने की अर्जी कंपनी में डाली.आरोप है कि रुपये निकालने से पहले ही कमीशन की मांग की। इस पर वसुमित्र ने 12,82,388 रुपये भेज दिए. इसके बाद जालसाजों ने मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत जांच में रुपया फंसना बताया तथा धनराशि वापसी के लिए बतौर सिक्योरिटी 29,69,270 रुपये और जमा करने के लिए कहा.
तब जाकर वसुमित्र को अपने साथ ठगी का अहसास हुआ। पीड़ित ने 10 लोगों पर कराया केस दर्ज थाना प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार सिंह ने बताया कि पीड़ित के तहरीर के आधार पर शेयर ट्रेडिंग में मुनाफे का लालच देकर जालसाजों ने युवक से करीब एक करोड़ रुपये की ठगी की हैं.2 महिलाओं समेत 10 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी के साथ अन्य सुसंगत धाराओं में केस दर्ज किया गया है.मामले की जांच की जा रही है.