महाराष्ट्र के जलगांव जिले में बुधवार को पुष्पक एक्सप्रेस ट्रेन के एक कोच में आग लग गई, लेकिन समय रहते उठाए गए कदमों से बड़ा हादसा टल गया। ट्रेन में सवार यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए ड्राइवर और रेलवे कर्मचारी तुरंत सक्रिय हो गए। गनीमत रही कि किसी यात्री को कोई नुकसान या चोट नहीं पहुंची।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि लखनऊ-मुंबई पुष्पक एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 12533) अपने निर्धारित समय पर भुसावल रेलवे स्टेशन से मुंबई की ओर रवाना हुई थी। भुसावल और भाडली के बीच तकनीकी खराबी के कारण एस-4 स्लीपर कोच के पहिये के पास ब्रेक सिस्टम में घर्षण हुआ और धुआं निकलने लगा। यह देख लोको पायलट ने ट्रेन तुरंत रोक दी और कर्मचारियों ने आग पर काबू पाने के लिए अग्निशामक यंत्र का इस्तेमाल किया।
रेलवे प्रशासन ने स्पष्ट किया कि ट्रेन में किसी भी प्रकार की आग नहीं लगी और यात्रियों को सुरक्षित रूप से मुंबई की ओर रवाना कर दिया गया। अधिकारियों ने यात्रियों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक रेलवे जानकारी के स्रोतों पर भरोसा करें।
इस घटना ने रेलवे प्रशासन की तत्परता और सुरक्षा उपायों की सफलता को उजागर किया। ट्रेन चालक दल और स्टेशन कर्मचारियों ने तुरंत स्थिति का आकलन कर सुरक्षा सुनिश्चित की। यात्रियों ने भी कर्मचारियों के त्वरित कदमों की सराहना की और घटना के दौरान संयम बनाए रखा।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन में किसी भी यात्री को चोट नहीं आई और सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया गया। ट्रेन को सुरक्षित रूप से आगे बढ़ाने के बाद रेलवे प्रशासन ने सभी संबंधित अधिकारियों को घटना की जानकारी दी।
घटना के बाद रेलवे ने यात्रियों को विश्वास दिलाया कि इस तरह की अप्रत्याशित तकनीकी समस्याओं को रोकने और समय पर समाधान करने के लिए नियमित निरीक्षण और रखरखाव जारी रहेगा। ट्रेन संचालन को प्रभावित किए बिना यात्रियों की सुरक्षा प्राथमिकता बनी रहेगी।
यह घटना रेलवे सुरक्षा उपायों और कर्मचारियों की तत्परता का उदाहरण है। समय पर सही निर्णय और सक्रियता के कारण बड़ा रेल हादसा टल गया।