भोपाल के करोंद क्षेत्र स्थित पलासी गांव में शुक्रवार सुबह गौवंश काटे जाने का मामला सामने आया है। घटना सुबह करीब 5 बजे की है। सूचना मिलते ही बजरंग दल के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे, जिन्हें देखकर दो आरोपी मौके से फरार हो गए। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने छह हिस्सों में कटी गाय के अवशेष बरामद किए हैं।
निशातपुरा थाना प्रभारी रूपेश दुबे ने बताया कि श्याम यादव, जो निशातपुरा निवासी हैं और गौसेवक के रूप में सक्रिय हैं, ने पुलिस को सूचना दी थी कि पलासी गांव में गौवंश का वध किया गया है। उनकी शिकायत पर 5–6 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की जा रही है।
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों – रेहान और अरबाज को हिरासत में ले लिया है। वहीं, फरार आरोपियों आलम और सोहैल की तलाश जारी है।
सभी आरोपियों की पहचान की जा चुकी है। दो बदमाश निशातपुरा तथा चार आस पास के थाना क्षेत्रों के रहने वाले हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। एफआईआर किए जाने और गिरफ्तारी के बाद ही आरोपियों के नामों का खुलासा किया जाएगा।
लगातार की जा रही वारदात
श्याम के मुताबिक सुबह पांच बजे साथियों के साथ मौके पर पहुंचे तब दो युवक दूर से ही उनके वाहनों को देखकर भाग निकले। घटना स्थल से कई हिस्से में काटी जा चुकी गौ वंश के हिस्से मिले। लगातार आरोपियों द्वारा ऐसा कृत्य किए जाने की सूचना मिल रही थीं। रंगे हाथों पकड़ने की नीयत से स्पॉट पर पहुंचे थे। आरोपियों के नाम पुलिस को बता दिए हैं। उनकी गिरफ्तारी की कोशिश की जा रही है। सभी आरोपी एक ही समुदाय विशेष के हैं।
मकान की आड़ में सुनसान इलाके में काटा गया
गौवंश को मकानों की आड़ में सुनसान इलाके में काटा गया है। मौके से ही पुलिस को बड़ी संख्या में खून मिला है। स्पॉट से ही पुलिस को एक बका मिला है। एक अन्य गाय वहां बंधी मिली है, आरोपी इसे भी काटने की तैयारी में थे। टीआई ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही साफ होगा कि कितने समय से इस कार्य को कर रहे थे और अब तक कितने गौ वंश का वद्य कर चुके हैं।
दो आरोपी हिरासत में लिए गए
मामले में पुलिस ने दो आरोपी रेहान और अरबाज को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी चर्चरोड जिंसी जहांगीराबाद के रहने वाले हैं। उनके साथी आलम और सोहेल की तलाश की जा रही है। जल्द पुलिस टीम इन दोनों को भी हिरासत में लेने के दावे कर रही है। इसके बाद चारों से पूछताछ कर पता लगाया जाएगा कि आरोपी गौकशी के बाद क्या किया करते थे। मांस को किसे और किसके माध्यम से बेचा जाता था। जिससे गिरोह के अन्य सदस्यों पर भी कार्रवाई की जा सके।