इटारसी। चलती ट्रेन में यात्री के कीमती जेवरात से भरा बैग चुराने वाले शातिर चोर को शासकीय रेल पुलिस ने राजस्थान के बाड़मेर से गिरफ्तार किया है। जहां से चोर पकड़ा गया है, वह पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान का सीमावर्ती इलाका है।
खास बात यह है कि यह चोर गूंगा-बहरा है, लेकिन इसके बावजूद बेहद शातिराना अंदाज में वह चोरियों को अंजाम देता था। इस मामले का पर्दाफाश करते हुए जीआरपी थाना प्रभारी रामसनेही चौहान ने बताया कि 19 मार्च 2025 को सिद्धार्थ बिल्डिंग अलीबाग रायगढ़ निवासी फरियादी संदीप मधुकर किर पिता दगड़ू किर ट्रेन नं. 02197 कोयम्बटूर-जबलपुर एक्सप्रेस के एस-9 कोच में यात्रा कर रहे थे।
बैग में थे 26 लाख के जेवरात
इस बैग में करीब सवा लाख कीमती एक मोबाइल, करीब दो लाख रुपये कीमती एक चैन, पौने दो लाख रुपये कीमती एक चैन, करीब डेढ़ लाख रुपये कीमती अंगूठी, 45 हजार रुपये कीमती एक अंगूठी समेत करीब पौने आठ लाख रुपये का सामान चोरी हुआ था।
फरियादी के अनुसार साल 2003-2007 के बीच उसने सारे जेवरात खरीदे हुए थे, जिनकी बाजार कीमत करीब 24 लाख 51 हजार रुपये थी। फरियादी ने सफर के दौरान जबलपुर में चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई, यहां से डायरी आने के बाद इटारसी जीआरपी ने असल अपराध दर्ज किया।
सूचना मिलते ही पुलिस ने फरियादी से पूछताछ की। उसके बाद घटना की रात के फुटेज देखे, जिसमें एक संदिग्ध व्यक्ति उसी कोच से स्टेशन पर उतरता हुआ नजर आया। पुलिस ने उसके वीडियो और फोटो को जीआरपी राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष के जरिए देश भर के पुलिस ग्रुप एवं उप्र, मप्र, छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र पुलिस को भेजकर इसकी पहचान करने की बात कही।
जांच के दौरान 2 अप्रैल को जीआरपी बाड़मेर से सूचना मिली कि एक संदिग्ध व्यक्ति पकड़ा गया है, जिसके पास कीमती जेवरात मिले हैं। सूचना पर एक टीम बाड़मेर भेजी गई, यहां एक मूक-बधिर चोर को पकड़ा गया।
जीआरपी ने जोधपुर कोर्ट के आदेश पर माल जब्त किया। आरोपित मूक बधिर है। वह अपना नाम देवीचंद लिखकर हस्ताक्षर करता है। पुलिस ने उसके पते ठिकाने के लिए अंगूठे का बायोमेट्रिक डाटा, फिंगरप्रिंट लेकर आधार केन्द्रों से पर जांच कराई, लेकिन इस बारे में कोई जानकारी या डाटा नहीं मिल सका।
आरोपी को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। उसके मूक बधिरता परीक्षण के लिए पुलिस रिमांड प्राप्त कर एम्स भोपाल के ईएनटी विशेषज्ञ से मेडीकल परीक्षण कराया। जांच में सामने आया कि वह बोलने और सुनने में पूरी तरह असमर्थ है।
पुलिस ने आरोपी देवीचंद से 272.390 ग्राम सोने के जेवरात बरामद किए हैं। इसके अलावा सवा लाख रुपये का मोबाइल, घड़ी, कपड़े बरामद किए गए। आरोपी को 5 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस रिमांड के बाद 8 अप्रैल को उसे न्यायालय में पेश किया गया।
5 किमी. दूर है पाकिस्तानी सीमा
थाना प्रभारी रामसनेही चौहान ने बताया कि जिस जगह से हमने देवीचंद को पकड़ा है, वहां से 5 किमी. दूर से पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की सीमा लग जाती है। चोर गूंगा बहरा था। ऐसे में उस पर संदेह होना भी मुश्किल था।
चौहान ने कहा स्टेशन से मिले फुटेज को पूरे देश भर की पुलिस तक पहुंचाना हमारे लिए मददगार साबित हुआ। फुटेज नहीं मिलते, तो इस चोर को पकड़ना मुश्किल हो जाता। पुलिस अधिकारियों ने भी जीआरपी को इस सफलता के लिए बधाई दी है।
नहीं मिला कोई रिकार्ड
मूक बधिर होने से आरोपी से पूछताछ करना भी मुश्किल हो रहा था। वह इशारे में ही कुछ बताता था। पुलिस ने उसकी आंखों की रैटिना, फिंगर प्रिंट समेत अन्य बायोमेट्रिक सबूत जुटाने का प्रयास किया, लेकिन उसका पता ठिकाना रिश्तेदार परिवार का कोई डाटा हाथ नहीं आया।