साइबर अपराध की गिरफ्त में आम लोगों के साथ प्रशासनिक अधिकारी भी आ रहे हैं। बालाघाट कलेक्टर मृणाल मीना भी इससे अछूते नहीं है। उनके नाम और फोटो का गलत इस्तेमाल करते हुए ठग ने उनका फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाया और लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर पैसों की मांग कर रहा है। कलेक्टर मीना ने इसकी शिकायत बालाघाट साइबर सेल से कर दी है। कलेक्टर के फर्जी फेसबुक अकाउंट से ठग ने बालाघाट सहित उज्जैन में भी कई लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी है।
जिला पंचायत सीईओ रह चुके हैं मृणाल मीना
बता दें कि मृणाल मीना बालाघाट कलेक्टर बनने से पहले उज्जैन में जिला पंचायत सीईओ रह चुके हैं। इसलिए ठग ने उज्जैन में रहने वाले मृणाल मीना के परिचित अधिकारियों को भी फांसने का प्रयास किया, लेकिन इसमें वह असफल रहा। जानकारी के अनुसार, उज्जैन में जिला पंचायत के अकाउंट ऑफिसर यशवंत गोठवाल को फर्जी अकाउंट से कलेक्टर मृणाल मीना के नाम से पैसों की मांग से जुड़ा मैसेज आया। ठग ने यशवंत से 75 हजार रुपये की मांग की।
पांच रुपये मिलने पर चिढ़ गया ठग
पांच रुपये डालने पर ठग गुस्सा हो गया और यशवंत से बदतमीजी करने लगा। इसके बाद शक होने पर यशवंत ने पड़ताल की तो पता चला कि मृणाल मीना के नाम से फेसबुक पर आया मैसेज और उनका फेसबुक अकाउंट हैक हो चुका है। फर्जी अकाउंट से ठग ने बालाघाट में भी कई लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी है।
इनमें बालाघाट के व्यापारी, पत्रकार सहित कलेक्ट्रेट में कार्यरत कर्मचारी-अधिकारी भी हैं। कलेक्टर मृणाल मीना ने बताया कि ठग ने इंटरनेट मीडिया से मेरी फोटो का इस्तेमाल कर फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाया है। उन्होंने लोगों से अपील की कि उनके नाम से आने वाली फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें और न ही पैसे मांगने से जुड़े मैसेज पर प्रतिक्रिया दें।