इटावा : बकेबर चैत्र नवरात्रि के पहले दिन, कालिका देवी मंदिर में श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला. दूर-दूर से आए देवी भक्तों ने माँ के चरणों में शीश झुकाया और आशीर्वाद प्राप्त किया. मंदिर परिसर में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा, जो देर शाम तक जारी रहा. कानपुर, कानपुर देहात, औरैया, मैनपुरी, फिरोजाबाद और इटावा के ग्रामीण क्षेत्रों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु माँ के दर्शन के लिए पहुंचे.
भक्तों ने माँ कालिका की विशेष पूजा-अर्चना की और अपने बच्चों के मुंडन संस्कार भी करवाए. मंदिर में “जय माता दी” के जयकारों से पूरा वातावरण गुंजायमान हो रहा था. भक्तों की भीड़ को नियंत्रित करने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस ने विशेष इंतजाम किए थे.
लखना चौकी इंचार्ज मंजीत दयाल के नेतृत्व में पुलिसकर्मियों ने मंदिर के बाहर मुख्य मार्ग पर लोहे की बैरिकेडिंग लगाई, जिससे आने-जाने वाले भक्तों को किसी प्रकार की असुविधा न हो. पुलिस ने मंदिर के आसपास सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद रखा और यातायात को सुचारू रूप से चलाने के लिए भी आवश्यक कदम उठाए.
चैत्र नवरात्रि के दौरान मंदिर में लाखों भक्तों के आने की संभावना है, जिसे देखते हुए पुलिस प्रशासन ने अपनी तैयारियों को पूरा कर लिया है. मंदिर परिसर और उसके आसपास सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है. भक्तों की सुविधा के लिए पेयजल, शौचालय और प्राथमिक चिकित्सा जैसी सुविधाओं का भी ध्यान रखा गया है.
मंदिर प्रशासन ने मंदिर की साफ-सफाई और व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए 75 अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों को नोटिस जारी किया है. इन दुकानदारों को कालिका मंदिर से बाईपास तिराहे तक सड़क पर किए गए अतिक्रमण को हटाने के लिए कहा गया है. हालांकि, सुबह के समय सब्जी आढतों के सड़क पर लगने से कुछ समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं.
अभी तक किसी जिम्मेदार अधिकारी ने इन आढतों को हटाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की है. कालिका देवी मंदिर में चैत्र नवरात्रि का पहला दिन श्रद्धा, भक्ति और उत्साह से भरा रहा। भक्तों की आस्था और पुलिस प्रशासन की व्यवस्था ने इस अवसर को सफल बनाया.