धमतरी: छत्तीसगढ़ में, खासकर धमतरी, रायपुर, जानजगीर-चांपा, महासमुंद और गौरेला जैसे क्षेत्रों में स्मार्ट मीटर लगने के बाद उपभोक्ताओं के बीच बढ़े हुए बिजली बिलों को लेकर गहरा आक्रोश है. लोग शिकायत कर रहे हैं कि उनका बिजली बिल काफी बढ़ गया है, खासकर बीपीएल परिवारों को भारी बिलों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में आये दिन सोशल मीडिया में उपभोक्ता पो स्मार्ट मीटर और सरकार द्वारा टैरिफ में की गई बढ़ोतरी को लेकर नये-नये अंदाज में तंज कसा विरोध दर्ज कर रहे है.
सोशल मीडिया में एक उपभोक्ता ठेठ छत्तीसगढ़ी अंदाज में पोस्ट कर कहा है कि आज हमर घर नावा मीटर लगीस हे, बधाई देव जी संगवारी हो. सुने हों कि नावा मीटर में उपभोक्ता मन कोनों घोटाला नई कर सकें जेन घोटाला हो ही वो मीटर में ही होही.
एक और दूसरे उपभोक्ता ने लिखा है कि छत्तीसगढ़ ल स्मार्ट मीटर नई चाहिये। छत्तीसगढ़ीया मन ल स्मार्ट स्कूल, स्मार्ट शिक्षा, अऊ स्मार्ट टीचर भी चाहिये…आवाज बुलंद करो.
उपभोक्ताओं ने बताया है कि जहां पहले उनका बिल ₹200-300 आता था, वहीं अब ₹ 1500 से ₹ 5000 तक आ रहा है, जिससे उन्हें भारी परेशानी हो रही है। इसके विरोध में उपभोक्ता बिजली विभाग के दफ्तरों में शिकायत कर रहे हैं और सुधार की मांग कर रहे हैं, जबकि कई सामाजिक और राजनीतिक दलों ने भी इस मुद्दे पर आवाज उठाई है.
गरीब परिवारों पर असर:
बढ़ते बिलों का सबसे ज्यादा असर गरीब और बीपीएल परिवारों पर पड़ा है, जो भारी भरकम राशि का भुगतान करने में असमर्थ हैं. धमतरी जिले में बिजली के दफ्तरों में प्रतिदिन 7-10 शिकायतें मिल रही हैं. राजनांदगांव में ‘जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी’ ने बिल बढ़ोतरी के खिलाफ प्रदर्शन किया है.