मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में क्रिकेट खेलते-खेलते कुछ युवकों ने चोरी का गिरोह खड़ा कर लिया। यह गैंग दिन में बाइक से सूने घरों की रेकी करता और रात में ताले तोड़कर चोरी की वारदातों को अंजाम देता था। बीते एक माह में आरोपितों ने हरसूद थाना क्षेत्र में पांच चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया और इलाके में आतंक फैला दिया। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया। साथ ही चोरी का माल खरीदने वाले एक आरोपी को भी दबोच लिया गया। पुलिस ने उनके कब्जे से सात लाख रुपये के सोने-चांदी के जेवरात बरामद किए।
पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अपराधियों को पकड़ने के निर्देश दिए थे। जांच के दौरान पता चला कि आरोपित छनेरा हरसूद में किराए का मकान लेकर रहते थे और रात में चोरी की योजना बनाते थे। मोबाइल टावर लोकेशन और मुखबिर की मदद से पुलिस ने शुभम राजपूत, मांगीलाल उर्फ गोलू, दुर्गेश और समर नामक आरोपितों को हिरासत में लिया। पूछताछ में सभी ने बंद मकानों का ताला तोड़कर नकबजनी करने की बात स्वीकार की।
पुलिस ने आरोपितों की निशानदेही पर सोने के झुमके, अंगूठी, मंगलसूत्र, लॉकेट, चांदी की पायल, बिछिया, सिक्के और अन्य कीमती जेवर बरामद किए। इसके अलावा चोरी में प्रयुक्त दो बाइक भी जब्त की गईं। कुल जब्ती का मूल्य सात लाख रुपये आंका गया है।
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी राजकुमार राठौर समेत पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका रही। टीम में निरीक्षक और आरक्षकों ने लगातार मेहनत कर गिरोह का पर्दाफाश किया। पुलिस का मानना है कि आरोपित संगठित होकर लंबे समय से चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे और स्थानीय स्तर पर चोरी का माल बेच रहे थे।
गिरफ्तारी के बाद इलाके में राहत की सांस ली जा रही है। पुलिस का कहना है कि ऐसे अपराधियों पर लगातार निगरानी रखी जाएगी ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके।