राजनांदगांव : जिले के डोंगरगढ़ शहर को लगातार केंद्र एवं राज्य सरकार के द्वारा विकास कार्यों की सौगात मिल रही है इसी क्रम में केंद्र सरकार के द्वारा हाल ही में 48.44करोड़ रुपए विकास कार्य के लिए स्वीकृत किए गए हैं.जिससे डोंगरगढ़ शहर पर्यटन के क्षेत्र में नए आयाम गढ़ेगा, पेश है यह रिपोर्ट.
राजनांदगांव जिले में धर्म नगरी के नाम से प्रसिद्ध डोंगरगढ़ शहर जहां मुख्य रूप से हिंदू धर्म के आस्था का प्रतीक मां बमलेश्वरी धाम के साथ-साथ बौद्ध समाज का प्रज्ञा गिरी और जैन तीर्थ चन्द्र गिरी स्थित है. वही बीते वर्षों में डोंगरगढ़ शहर का चयन केंद्र सरकार की प्रसाद योजना के तहत किया गया था.
जिसके तहत शहर में पर्यटकों को विश्व स्तरीय सुविधा मुहैया करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से विकास कार्य किए जा रहे हैं. जिसमें मुख्य रूप से विश्व स्तरीय मोटल का निर्माण श्रीयंत्र की तर्ज पर किया जा रहा है जिससे न केवल देश के कोने-कोने से बल्कि विदेशों से आने वाले पर्यटकों को उच्च कोटि की सुविधा मिल सके.
वही प्रसाद योजना में डोंगरगढ़ मंदिर तीर्थ सुविधा के विस्तार के लिए केंद्र सरकार ने 48.44करोड़ रुपए की मंजूरी दी है , तो वही इस प्रोजेक्ट का नाम मां बमलेश्वरी देवी मंदिर तीर्थ विकास रखा गया है. केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृत किए गए करोड़ों रुपए की राशि के लिए छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने केंद्रीय मंत्री और संसद का आभार व्यक्त करते हुए जिले में पर्यटन के विकास के क्षेत्र में इसे एक सकारात्मक पहल बताया है.
वही मां बमलेश्वरी मंदिर ट्रस्ट समिति के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल ने अनादि न्यूज से खास बातचीत में बताया कि मंदिर श्रद्धालुओं से प्राप्त दान से तो विकास कर ही रहा है परंतु जब शासन प्रशासन द्वारा विकास कार्यों के लिए सहयोग मिलता है तो इससे मंदिर के विकास कार्यों में तेजी आएगी.
आने वाले समय में नीचे मां बमलेश्वरी मंदिर में कॉरिडोर निर्माण का कार्य किया जाएगा साथ ही 200 कमरों का भक्त निवास का निर्माण किया जाएगा .आने वाले 10 वर्षों में मंदिर विकास कर नए-नए आयाम करेगा और छत्तीसगढ़ की पहचान डोंगरगढ़ के नाम से होगी
निश्चित तौर पर राजनांदगांव जिला ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ राज्य की आराध्य माता मां बमलेश्वरी मंदिर धाम लगातार तेजी से विकास कर रहा है जिसमें केंद्र और राज्य सरकार द्वारा लगातार करोड़ों रुपए का सहयोग भी मिल रहा है जिससे विकास को गति मिल रही है,जिससे आने वाले समय में डोंगरगढ़ शहर धार्मिक एवं पर्यटन के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छूता हुआ दिखाई देगा.
अग्रवाल,अध्यक्ष मां बम्लेश्वरी मंदिर ट्रस्ट
शशांक उपध्याय