हिंदू टेररिस्ट नहीं हो सकता, हिंदू आतंकवाद की थ्योरी कांग्रेस की… राज्यसभा में बोले अमित शाह

राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा में गृह मंत्री अमित शाह ने हिस्सा लिया. उन्होंने कहा,आतंकी हमले के जवाब में भारत ने जो मजबूत जवाब पाकिस्तान और आतंकियों को दिया, सदन में उस पर चर्चा में हिस्सा लेने के लिए खड़ा हुआ हूं. अमित शाह ने जैसे ही बोलना शुरू किया, विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया. विपक्ष ने मांग की इस दौरान सदन में प्रधानमंत्री को मौजूद होना चाहिए.विपक्ष ने कहा- पीएम कहां हैं, इस पर शाह ने कहा कि पीएम साहब ऑफिस में ही हैं. उनको सुनने का ज्यादा शौक है क्या. फिर और तकलीफ होगी इस बात को ये समझते नहीं हैं. इस दौरान विपक्ष ने ‘प्रधानमंत्री सदन में आओ’ के नारे लगाए. पढ़ें सदन की कार्यवाही के पल-पल के अपडेट…

सदन में अमित शाह बोलने के लिए खड़े हुए तो कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद मल्लिकार्जुन खरगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का यहां मौजूद ना होना सदन का अपमान है.

मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, पीएम मोदी सदन में आकर बात रखें. कई सवाल उनसे संबंधित है. अगर वो सदन में नहीं आते हैं तो यह सदन का अपमान है.

इसके जवाब में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, विपक्ष की मांग उचित नहीं है. पीएम पर कांग्रेस का स्टैंड सही नहीं है. अमित शाह के जवाब के दौरान विपक्ष ने वॉकआउट किया. कांग्रेस, टीएमसी और आरजेडी ने सदन से वॉकआउट किया.

गृहमंत्री अमित शाह ने कहा,विपक्ष की मांग और स्टैंड दोनों सही नहीं है. ये बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में तय हुआ था कि सरकार जिससे चाहे जवाब दिलवा सकती है.विपक्ष इसलिए वॉक आउट कर रहा क्योंकि ये सुन नहीं सकते हैं कि इन्होंने 10 साल में अपने वोट बैंक बचाने के लिए क्या-क्या किया है.

ऑपरेशन महादेव पर बोलते हुए अमित शाह ने कहा, इस ऑपरेशन में 3 आतंकी मारे गए. आतंकी सुलेमान पहलगाम हमले में शामिल था. उसकी ही बंदूक से गोलियां चली थीं. देश की सेना ने उसे पाकिस्तान भागने नहीं दिया.

उन्होंने कहा, इससे साफ हो गया है कि इस हमले में लश्कर-ए-तैयबा का हाथ था. ऑपरेशन सिंदूर में लश्कर-ए-तैयबा के हेडक्वार्टर को ध्वस्त कर दिया गया.

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि हमले के बाद मैं कश्मीर पहुंच गया था. वहां बैठक की थी. मैंने कहा था कि इन आतंकियों को पकड़िए. इन आतंकियों के पास से 3 राइफल बरामद हुई हैं.

उन्होंने कहा कि जिस दिन पहलगाम में हमला हुआ उस दिन वहां से एनआईए ने खाली कारतूसों को कब्जे में लिया, जिन्हें जांच के लिए भेजा गया. जब ये आतंकी मारे गए और इनके पास से जो राइफल मिलीं, चंडीगढ़ में लैब में जांच की गई तो पाया गया कि इन्हीं तीन राइफल का इस्तेमाल किया गया था.

अमित शाह ने कहा कि ऑपरेशन महादेव की सफलता के लिए मैं सेना, पुलिस, सीआरपीएफ, एनआईए और एफएसएल के अधिकारियों को बधाई देता हूं. हर-हर महादेव स्वतंत्रता का नारा है.

मुझे कई लोगों के मैसेज आए थे कि जब ये आतंकी मारना तो इनके माथे पर गोली मारना. जब ये आतंकी मारे गए तो इनके माथे पर ही गोली मारी गई.

इस दौरान उन्होंने कांग्रेस नेता पी चिदंबरम पर निशाना साधा और कहा कि क्या चिदंबरम पाकिस्तान को मदद पहुंचाना चाहते हैं. संसद में चर्चा से पहले चिदंबरम ने सबूत क्यों मांगे? चिदंबरम पाकिस्तान पर हुए अटैक के सबूत मांग रहे हैं.

अमित शाह ने कहा कि चिदंबरम किसे बचाना चाहते थे. उन्होंने कहा कि जिस दिन इन्होंने सवाल पूछे उसी दिन ये तीन आतंकी मारे गए.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस ऑपरेशन के नाम पर सवाल उठा रही है. मैं पूछना चाहता हूं कि आखिर आप क्या नाम रखना चाहते थे.

गृह मंत्री ने कहा कि कांग्रेस हर मुद्दे को हिंदू-मुसलमान की नजर से देखती है. ऑपरेशन महादेव में हिंदू-मुस्लिम न खोजें. कोई कहता है कि आतंकी आज ही क्यों मारे गए. मैं पूछना चाहता हूं कि इन्हें कितना जिंदा रखना चाहते हो.

अमित शाह ने कहा, इतना आसान नहीं होता है. कितना पीछा करके इन्हें मारा गया है और आप मुहूर्त पूछ रहे हो. कांग्रेस की प्राथमिकता अपना वोटबैंक है.

अमित शाह ने कहा, मैं ऑपरेशन सिंदूर पर बताना चाहता हूं. हमले के बाद मैंने प्रधानमंत्री से बात की और कश्मीर पहुंच गया. मैंने दूसरे दिन सुरक्षा बैठक की.

शाह ने कहा, वो पल मेरे जीवन का ऐसा दिन था, जिसे भूल नहीं सकता. मैं आतंकियों को संदेश देना चाहता हूं कि कितनी भी कोशिश कर लो कश्मीर आतंकवाद से मुक्त होकर रहेगा.

अमित शाह ने कहा, मोदी जी ने 24 अप्रैल को बिहार में जो कहा था वो चुनावी सभा नहीं थी. प्रधानमंत्री ने कहा था कि पहलगाम हमला भारत की आत्मा पर है. आतंकियों और इस साजिश रचने वालों को कल्पना से बढ़कर सजा दी जाएगी. आतंकियों को मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है. 140 करोड़ भारतीय इस बात के लिए एकजुट हैं कि आतंकियों के आकाओं की कमर तोड़ दी जाएगी.

अमित शाह ने कहा, प्रधानमंत्री ने बिहार में कहा था कि आतंकियों को मिट्टी में मिला देंगे तो आतंकियों के ठिकाने मिट्टी में मिल गए हैं. आतंकियों को भेजने वालों को भी हमारी सेना ने मिट्टी में मिला दिया है.

7 मई को पाकिस्तान के 9 आतंकी अड्डों को ध्वस्त कर दिया गया. 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए.

इस दौरान अमित शाह ने राज्यसभा में बड़ा ऐलान किया. उन्होंने कहा कि पीओके कांग्रेस ने दिया था लेकिन लेने का काम बीजेपी करेगी.

उन्होंने कहा कि हमने तो आतंकियों के ठिकानों पर हमला किया था. पाकिस्तान ने इस हमले को खुद पर ले लिया. 8 मई को पाकिस्तान ने रिहायशी इलाकों और सेना के ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की. भारत ने तय कर लिया हम इसका जवाब रक्षा क्षमता को खत्म करके देंगे. इसके बाद भारत ने उनके एयरबेस को ध्वस्त कर दिया.

अमित शाह ने कहा, ऑपरेशन सिंदूर में वो भी आतंकी मारे गए जो पहले आतंकी हमलों में शामिल रहे थे. हमने आतंकवाद के दिल पर हमला किया है.

गृह मंत्री ने कहा कि सरकार ने पहले भी स्ट्राइक की. मगर पहली बार पाकिस्तान में घुसकर पराक्रम दिखाया है. चिदंबरम साहब, कल भाषण में बोल रहे थे कि ये नहीं कही जा सकता कि ऑपरेशन सिंदूर निर्णायक था. चिदंबरम साहब, पहले की लड़ाइयां क्या निर्णायक थीं.

ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान में खौफ पैदा हो गया है. डर से ही शांति होती है. ये सुधरने वाले लोग नहीं हैं. चिदंबरम साहब पूछ रहे हैं कि आतंकी पाकिस्तान से आए थे, इसका सबूत क्या है. तो मैं बताना चाहता हूं कि सबूत हमने ढूंढ लिए हैं.

उन्होंने कहा, हिंदू टेरर का सगूफा किसने छोड़ा. मैं कहना चाहता हूं कि हिंदू कभी आतंकी नहीं हो सकता. फर्जी केस बनाए आपने. सिर्फ अपनी छिछोरी राजनीति के लिए. फिर भी आप लोग हार गए.

अमित शाह ने कहा कि विपक्ष कहता है कि आप हमेशा नहीं रहेंगे. मैं बताना चाहता हूं कि मैं 61 साल का हुआ हूं, 14 से 30 तक बीजेपी की ही सरकार रहने वाली है. चिदंबरम साहब इसकी आदत डाल लो. ये बात मैंने 2015 में कही थी.

गृह मंत्री ने कहा, भारतीय सेना के लिए कांग्रेस ने कभी तैयारियां नहीं कीं. आज सेना ब्रह्मोस से लैस है. ये परिवर्तन 11 साल में हुआ है. हम आज लाखों करोड़ों का सामान बना रहे हैं.

अमित शाह ने कहा, पहलगाम हमला अगर कांग्रेस के राज में हुआ होता तो क्या होता, इसकी कल्पना कर लीजिए. अगर इनकी सरकार होती तो पाकिस्तान को तुरंत क्लीनचिट मिल जाती. ये कुछ नहीं करते बस डोजियर भेजते. कांग्रेस को कोई हक नहीं है कि वो बीजेपी से आतंकवाद पर सवाल पूछ सके.

उन्होंने कहा, आज हमारा सौभाग्य है कि जो ऐसा नेतृत्व है जो ब्रह्मोस मिसाइल भेजता है, डोजियर नहीं.

अमित शाह ने कहा, कल मैंने सुना था, ये पूछ रहे थे कि पीओके क्यों नहीं लिया. मैं पूरे देश के सामने कहना चाहता हूं कि ऑपरेशन सिंदूर युद्ध नहीं था. हमने आत्मरक्षा के लिए बल प्रयोग किया था. 22 अप्रैल को पहलगाम जो हमला हुआ उसके जवाब में आतंकियों का इकोसिस्टम तोड़ने का हमारा अधिकार है. पाकिस्तान के कहने पर ही हमने इसे रोका.

गृह मंत्री ने कहा कि कांग्रेस के समय तो घोषित युद्ध हुए तब इन्होंने क्या किया. कांग्रेस देश की सबसे पुरानी पार्टी है. इनके समय में हमारे प्रधानमंत्री को तीन नासूर मिले. इसकी वजह से ना जाने कितने जवान और लोग मारे जाते थे.

उन्होंने कहा, अनुच्छेद 370 किसने बनाया. इसका समर्थन किसने किया, इसका स्वरूप क्या था. 5 अगस्त 2019 तक अलग-अलग संविधान चलते रहे. हमेशा अलगाववाद को पोषण मिलता रहा. हर युवा को बरगलाने और उकसाने का मौका हमने पाकिस्तान को दिया.

गृह मंत्री ने कहा, शम्मी कपूर जी ने एक बार हमने से कहा कि जब मेरा गोल्डन पीरियड था तब मैं बहुत ज्यादा समय कश्मीर में बिताता था. आज मैं देख रहा हूं कि वहां की बच्चियां पथराव कर रही हैं. इसके बाद मैं इस समस्या के मूल में गया.

5 अगस्त 2019 को हमने अनुच्छेद 370 को हटाने का काम किया. इसके साथ ही इस पूरे इकोसिस्टम को खत्म करने का प्लान बना. साथ ही विकास की नई-नई परियोजनाएं शुरू हुईं.

जम्मू-कश्मीर में 2010 से 2015 के बीच 2,564 पथराव की घटनाएं हुई थीं. 2024 के बाद एक भी घटना नहीं हुई. ऑर्गेनाइज हड़ताल, जो पाकिस्तान में बैठे हुर्रियत के आका ऐलान करते थे और सालाना 132 दिन घाटी बंद रखते थे. तीन साल से एक भी हड़ताल का ऐलान नहीं हुआ है… अब हिम्मत नहीं है.

अमित शाह ने कहा कि पहले आतंकियों के जनाजे में 10-10 हजार लोग शामिल होते थे. मैंने तय किया कि ये नहीं होगा. एनआईए और ईडी ने बहुत अच्छी कार्रवाई की. जमात-ए-इस्लामी जैसे संगठन को बंद करने का काम किया. आतंकियों के इकोसिस्टम को खत्म करने का काम किया.

उन्होंने कहा, पहले तीन परिवारों की सत्ता थी. पहले चुनाव होते थे, अधिकारी बताते हैं कि उन्हें फर्जी वोटिंग का काम सौंपा जाता था. सुरक्षा तो भगवान भरोसे रहती थी.

अमित शाह ने कहा कि जब से नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री की कुर्सी संभाली उनके दिलो-दिमाग में कश्मीर की शांति का भूत सवार था. मोदी जी ने अनेक लोगों से इस मुद्दे पर चर्चा की. मैं जनरल सिन्हा के घर गया. उनसे लंबी चर्चा की. ढेर सारा मंथन 2014 से चलता था. आज मैं विश्वास से कहता हूं कि कश्मीर में आतंकवाद समाप्ति की ओर है.

उन्होंने कहा, पिछले 6 महीने में कश्मीर का एक भी युवा आतंकी संगठनों में भर्ती नहीं हुआ है. पूरी घाटी में पहलगाम हमले का विरोध हुआ. आतंकवाद पर तो कांग्रेस को बोलने का अधिकार ही नहीं है.

उन्होंने कहा, अटल जी सरकार में तय हुआ था कि आतंकवाद को खत्म करना होगा. इसके लिए पोटा का कानून लाया गया लेकिन कांग्रेस ये बताए कि इसका विरोध क्यों किया था. पोटा कानून पारित होने के बाद अमल शुरू हुआ. मगर, कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में लिखा कि पोटा कानून रद्द कर देंगे और इन्होंने पहली ही कैबिनेट बैठक में पोटा कानून को रद्द कर दिया था. कांग्रेस तो आतंकवाद का पोषण करने वाली पार्टी है.

अमित शाह ने कहा, कांग्रेस के राज में ऐसा कोई साल नहीं गुजरा जिसमें हमले ना हुए हों. कांग्रेस ने क्या किया. कौन सा कानून लाए. ये जवाब कांग्रेस देश की जनता को दे.

गृह मंत्री ने कहा, दाउद इब्राहिम, सलाउद्दीन, टाइगर मेमन, इकबाल भटकर किसके राज में भागे. आतंकियों को किसने भगाया. हमने यूएपीए में संसोधन किया, एनआईए में संसोधन किया, 370 को निरस्त किया, नफीस की स्थापना की. हमने एक इकोसिस्टम तैयार किया है.

उन्होंने कहा, विपक्ष पूछता है कि आतंकी कहां से आते हैं. तो मैं बताना चाहता हूं कि कुछ नाले ऐसे हैं. कांग्रेस ने अपनी सरकारों में कहा है कि आतंकियों और घुसपैठियों को रोकना संभव नही हैं. हम उन लोगों में नहीं हैं, हम घुसपैठ और आतंकी गतिविधियों को खत्म करने पर काम करने वाले हैं.

अमित शाह ने कहा, राहुल गांधी कल पूछ रहे थे कि चीन के बारे में कुछ नहीं बोलते, क्यों? इस पर मैं बताना चाहता हूं कि चीन को जमीन देने का काम किसने किया. सुरक्षा परिषद में चीन के लिए वकालत किसने की. इन्होंने एक तरह से चीन के बारे में राजीव गांधी फाउंडेशन से एमओयू किया. क्या राहुल गांधी प्रेस कॉन्फ्रेंस करके देश की जनता को इस बारे में बता सकते हैं. चीन के साथ गुपचुप मीटिंग कौन कर रहा था. ये हमसे कह रहे हैं कि चीन का नाम नहीं लिया. जब नाम लेना होगा लेंगे. आप देश की जनता को बताओ कि क्या समझौता किया था. युद्ध की स्थिति में कैसे समझौता कर सकते हो.

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, जब भारत ने कोविड का टीका बनाया तो ये लोग मजाक कर रहे थे लेकिन भारत ने सबसे पहले टीका बनाया.

उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में मोदी युग स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा. आज जनता का गौरव बढ़ा है. एक विदेशी पत्रकार ने मुझसे कहा कि भारत ने अब तक अपना लक्ष्य ही नहीं तय किया था, अब नरेंद्र मोदी ने लक्ष्य तय किया है. उन्होंने कहा कि 2047 में भारत विकसित होने के साथ ही नंबर वन होगा. ऑपरेशन सिंदूर की चर्चा में देश की जनता से मैं कहनाचाहता हूं कि आतंकवाद को मैं समाप्त करके रहेंगे.

Advertisements