कांवड़ यात्रा से पहले रची खौफनाक साजिश… CRPF जवान को गोलियों से भूना, 3 आरोपी गिरफ्तार, 2 फरार

हरियाणा के सोनीपत में एक सनसनीखेज हत्याकांड ने पूरे इलाके को दहला दिया है. 28 जुलाई को सीआरपीएफ के एक जवान कृष्ण की गोली मारकर हत्या कर दी गई. ये वारदात कांवड़ यात्रा से जुड़े विवाद का नतीजा बताई जा रही है. पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो मुख्य आरोपी अभी भी फरार चल रहे हैं. पुलिस उनकी तलाश कर रही है.

जानकारी के मुताबिक, हत्या की साजिश हरिद्वार कांवड़ यात्रा पर जाने से पहले ही रची गई थी. इस साजिश के तहत कृष्ण फौजी और आनंद उर्फ पहिया की हत्या की योजना बनाई गई थी. इस पूरे मामले के मास्टरमाइंड निशांत और अजय को बताया जा रहा है. दोनों ने सीआरपीएफ जवान को मौत के घाट उतार दिया. इस साजिश को कांवड़ यात्रा की आड़ में उसे अंजाम दिया.

पुलिस जांच में यह भी खुलासा हुआ कि अजय वारदात से पहले अपना अवैध हथियार मोहित नामक शख्स के पास रख आया था. इस साजिश में उसके साथ प्रवीण उर्फ मेंढक भी शामिल था. हत्या को अंजाम देने के लिए जिस गाड़ी का इस्तेमाल किया गया, वह सागर नामक शख्स की थी. इसमें सवार होकर अजय और निशांत गांव खेड़ी दमकन पहुंचे. कृष्ण को गोलियां मारकर फरार हो गए.

हत्याकांड को अंजाम देने के बाद घटनास्थल से भागने की पूरी योजना पहले ही तैयार कर ली गई थी. लेकिन पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गाड़ी चालक सागर, प्रवीण उर्फ मेंढक और मोहित को गिरफ्तार कर लिया. इन तीनों को कोर्ट में पेश कर एक दिन के रिमांड पर लिया गया है. वहीं मुख्य आरोपी निशांत और अजय की तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है.

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस हत्याकांड के पीछे कांवड़ यात्रा से जुड़ा विवाद था. इस वारदात के पीछे और कौन लोग शामिल हैं, इसकी भी जांच की जा रही है. इससे पहले मार्च में बीजेपी के एक नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड के पीछे जमीनी विवाद था. बीजेपी नेता की पहचान सुरेंद्र जवाहरा के रूप में हुई, जो कि मुंडलाना मंडल अध्यक्ष थे.

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