खजुराहो : सोमवती अमावस्या पर प्राचीनकालीन शिव मंदिर मतंगेश्वर महादेव में लगभग 20 हजार से अधिक श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे, सुबह 4:00 से ही मंदिर में भजन कीर्तन का दौर शुरू हुआ, और श्रद्धालुओं ने शिवसागर तालाब में डुबकी लगाकर भोलेनाथ को जल वेल पत्र अर्पण के साथ दानपुण्य किया, साथ ही महिलाओं ने अखंड सौभाग्य और पारिवारिक सुख-समृद्धि की प्राप्ति के लिए वट वृक्ष की परिक्रमा करते हुए पूजा अर्चना भी की.
खजुराहो मतंगेश्वर महादेव के दर्शन करने के लिए बुंदेलखंड के दूर दराज इलाकों से भक्त दर्शन करने मंदिर पहुंचे तो वहीं देसी के साथ-साथ विदेशी सैलानी भी दर्शन करते नजर आए, इटली से आई केआना ने बताया कि भोलेनाथ के दर्शन करने का हमारा काफी अच्छा अनुभव रहा, और यहां अनोखी शक्ति का का एहसास यहां पर हुआ.
बुंदेली भक्ति गीत गाते पहुंची श्रद्धालू
दरअसल सोमवती अमावस्या पर खजुराहो में भक्तों ने शिवसागर तालाब में आस्था की डुबकी लगाकर शिव जी को जल चढ़ाया, बेल पत्र चढ़ा कर उनसे खुशहाली की कामना की.साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों से आई महिलाएं और पुरुष लमटेरा गाते हुए पहुंचे लमटेरा एक बुंदेली भक्ति गीत हैं, जो धार्मिक मौकों पर गाया जाता हैं.
मन्दिर से जुड़े रहस्य
खजुराहो के चंदेलकालीन मतंगेश्वर महादेव के मंदिर की कई बातें अद्भुत हैं.माना जाता है कि मंदिर में मौजूद शिवलिंग की लंबाई हर साल शरद पूर्णिमा को एक इंच बढ़ जाती है.मंदिर में स्थित शिवलिंग जमीन के अंदर 9 फीट और उतना ही बाहर भी है.पौराणिक कथाओं में बताया गया है कि भगवान शिव के पास एक मरकत मणि जो मतंगेश्वर महादेव के शिवलिंग के नीचे आज भी मौजूद हैं.
सुरक्षा के विशेष इंतजाम
अमावस्या को देखते हुए मंदिर में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए.घाट के पास खजुराहो थाना प्रभारी अतुल दीक्षित के निर्देशन पर पुलिस बल तैनात किया गया था एवं नगर परिषद खजुराहो सीएमओ बसंत चतुर्वेदी द्वारा निर्देशन और घाट की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान रखा गया और जगह-जगह पानी की व्यवस्था थी.
इस मौके पर मंदिर के पास मौजूद दुकानदारों की भी चांदी रही.फूल-माला, दीपक और पूजा सामग्री बेचने वाले दुकानदारों ने बताया कि अमावस्या के दिन उनकी बिक्री में कई गुना बढ़ोतरी हो जाती है.