बिजनौर: नूरपुर के चांदपुर मार्ग स्थित एक रिहायशी कोठी में संचालित कबाड़ गोदाम में शुक्रवार सुबह अचानक भीषण आग लग गई. गोदाम पीपला जागीर गांव निवासी आसिफ का है। कोठी की ऊपरी मंजिल पर उसका छोटा भाई राशिद अपने परिवार के साथ रहता है.
सुबह लगभग 5 बजे मस्जिद जा रहे कुछ लोगों ने कोठी से धुआं निकलते देखा और इसकी सूचना तत्काल कबाड़ी को दी। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया क्योंकि गोदाम में प्लास्टिक, गत्ता, बोतलें और अन्य ज्वलनशील सामग्री बड़ी मात्रा में मौजूद थी.
स्थानीय लोगों ने तुरंत समरसेबिल से पानी डालकर आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन आग की तीव्रता अधिक होने के कारण दमकल विभाग को सूचित किया गया। ग्राम प्रधान शाह आलम की सूचना पर चांदपुर और बिजनौर से दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। थाने से उपनिरीक्षक राजेंद्र सिंह और प्रवेज कुमार पुलिस बल के साथ पहुंचे.
दमकल की गाड़ियों का पानी समाप्त होने पर नगर पालिका कार्यालय से अतिरिक्त पानी मंगवाया गया. इस दौरान करीब आधे घंटे तक आग बुझाने का कार्य बाधित रहा. फायर ब्रिगेड की टीम ने चार घंटे की कड़ी मेहनत के बाद आग पर काबू पाया.
प्रारंभिक अनुमान के अनुसार आग से करीब दो लाख रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है. हालांकि गोदाम मालिक आसिफ का कहना है कि केवल 30 हजार रुपये का नुकसान हुआ है। आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन शॉर्ट सर्किट या किसी प्रकार की लापरवाही की आशंका जताई जा रही है.