हरदोई के चाइल्ड हॉस्पिटल में लगी भीषण आग: बच्चों को गठरी की तरह बांधकर बांस की सीढ़ी से उतरे परिजन, समय से नहीं पहुंची फायर ब्रिगेड

उत्तर प्रदेश: हरदोई में बुधवार को बच्चों के अस्पताल कीर्ति कृष्णा बाल चिकित्सालय में शॉर्ट-सर्किट से आग लग गई. जिससे पूरा अस्पताल धुएं से भर गया. नवजात शिशुओं को गठरी की तरह कपड़े और साड़ी में बांधकर नीचे उतारा गया. परिजन सीढ़ी से नीचे उतरकर भागे. हादसे के समय अस्पताल में 24 बच्चे भर्ती थे. साथ में परिजन भी थे. अस्पताल स्टाफ ने सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया. हादसे के आधे घंटे बाद फायर बिग्रेड की टीम और पुलिस मौके पर पहुंची. अस्पताल परिसर में धुएं भरने से दमकल कर्मियों को अंदर जाने में दिक्कत हुई. फिर भी दमकल ने आग पर काबू पा लिया है.

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शहर के नघेटा रोड पर दो मंजिला कीर्ति कृष्णा बाल चिकित्सालय है. दोपहर करीब 3:30 बजे को अचानक अस्पताल के बेसमेंट से धुआं निकलने लगा. देखते ही देखते धुआं ग्राउंड फ्लोर से फस्ट फ्लोर तक पहुंच गया. अस्पताल में भगदड़ मच गई. ग्राउंड फ्लोर पर मौजूद लोग बाहर की तरफ भागे. बताया गया कि आग लगने के वक्त अस्पताल में करीब 24 बच्चे भर्ती थे. 100 लोग अस्पताल के अंदर मौजूद थे.

स्थिति बिगड़ती देख मरीजों को फर्स्ट फ्लोर से सीढ़ी लगाकर बाहर निकाला गया. नवजात शिशुओं को गठरी की तरह कपड़े और साड़ी में बांधकर नीचे उतारा गया. सड़क पर खड़े लोग, अस्पताल प्रशासन और स्टाफ मिलकर रेस्क्यू अभियान में जुट गए. मौके पर फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीम लगभग आधे घंटे बाद पहुंची. फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां आग बुझाने में लगीं और आग पर काबू पा लिया गया है.

वहीं हादसे के बाद सभी मरीजों को नजदीकी अन्य अस्पतालों में शिफ्ट किया गया है. राहत की बात यह है कि फिलहाल किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. हुसैनपुर सहोरा की रहने वाली नन्हीं देवी ने बताया कि वह डेढ़ बजे एक माह के बच्चे को लेकर अस्पताल आई थीं. जब उन्हें आग लगने की जानकारी हुई तो उन्होंने तुरंत बच्चे को गोद में लिया और फर्स्ट फ्लोर से नीचे लगी सीढ़ी के जरिए बाहर निकलीं.

अस्पताल संचालक डॉ. सीके गुप्ता की पत्नी अपर्णा ने बताया कि वह अपने कार्यालय में कार्य कर रही थीं, तभी अचानक पूरे परिसर में धुआं भर गया. सूचना मिली कि आग बेसमेंट में लगी है. उन्होंने बताया संभवतः बैटरी ब्लास्ट या शॉर्ट-सर्किट के कारण आग लगी, हालांकि सटीक कारण की पुष्टि नहीं हो सकी है.

सीएफओ महेश ने बताया कि सूचना मिलते ही एक टैंकर और अग्निशमन अधिकारी मौके पर पहुंचे. आग पर काबू पा लिया गया है. कोई जनहानि नहीं हुई है. वहीं स्थानीय लोगों और अस्पताल प्रशासन की तत्परता से एक बड़ा हादसा टल गया, लेकिन आग की इस घटना ने प्रशासन की व्यवस्था और सुरक्षा इंतजामों पर सवाल जरूर खड़े कर दिए हैं.

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