कोरबा: गुरुवार सुबह एसईसीएल के मेगा प्रोजेक्ट दीपका और कुसमुंडा खदानों से लगने वाले हरदीबाजार के रिहायशी इलाके में हाथी आ पहुंचा. इसी दौरान मॉर्निंग वॉक पर निकली एक महिला को हाथी ने अपनी सूंड से उठाकर पटक दिया. हाथी ने गांव की एक डेयरी में पांच मवेशियों को भी कुचल दिया है. हाथी अब भी घनी आबादी वाले गांव के आसपास मंडरा रहा है. मुख्य सड़क पर आता देख लोग हाथी को अपनी बाइक का हॉर्न बजा कर खदेड़ने का प्रयास कर रहे हैं.
सुबह करीब 5:30 बजे गांव के करीब पहुंचा हाथी :अब तक मिली जानकारी के अनुसार हाथी हरदीबाजार के रास्ते रलिया-सरईपाली नर्सरी होते हुए सुबह करीब 5:30 बजे हाथी को आबादी वाले इलाकों में देखा गया. हाथी रलिया गांव के बाजार के पास बस्ती जाने वाले मुख्य मार्ग से गुजर रहा था. इसी दौरान उसका सामना मॉर्निंग वॉक पर निकली गायत्री राठौर(55 वर्ष) से हो गया. हाथी को एकाएक सामने देखकर गायत्री संभाल पाती, इसके पहले ही हाथी ने उसे सूंड से उठाकर पटक दिया और आगे बढ़ गया. महिला को चोट भी आई है जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
खदान प्रभावित इलाकों के करीब नहीं आते हाथी : हाथी को फिलहाल नरईबोध गांव की ओर जाते देखा गया है. सूचना के बाद वन अमला मौके पर पहुंच चुका है. हाथी को आबादी वाले इलाके से दूर खदेड़ने की कवायद जारी है. खदान प्रभावित इलाके में हाथी के आने की यह दूसरी घटना है. इससे पहले करीब 2 साल पूर्व 5-6 हाथियों का एक दाल ग्राम रेकी, नेवसा के पास तक पहुंच गया था. सामान्य तौर पर कोयला खदान प्रभावित इन गांवों के करीब हाथियों की आवाजाही नहीं रहती. यहां हाथियों का मूवमेंट नहीं होता है. लेकिन जंगल की कटाई और भौगोलिक अस्थिरता के कारण, हाथी उन इलाकों में भी पहुंच रहे हैं. जहां सामान्य तौर पर उनकी मौजूदगी पहले के सालों में शून्य थी.
दल से बिछड़ा लोनर हाथी, 5 मवेशियों को भी कुचला : खदान इलाके में विचरण कर रहा यह हाथी दल से बिछड़ चुका एक लोनर हाथी है. इस अवस्था में हाथी ज्यादा आक्रामक होते हैं. वन विभाग का अमला मौके पर मौजूद है. जो प्रयास कर रहा है कि हाथी को रिहायशी इलाकों से दूर रखा जाए.