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परिजन राह देखते रहे, घर पहुंची लाश… 9 साल सजा काटने के बाद जेल से छूटे शख्स की एक्सीडेंट में मौत, बेटी की भी जान गई

एक शख्स यूपी की इटावा जेल में सजा काट रहा था. रिहाई के लिए घरवाले उसकी राह देखते-देखते थक गए थे. इस बीच खबर मिली कि वो रिहा होने वाला है. रिहाई की डेट आ गई, शख्स जेल से बाहर भी आ गया. लेकिन घर तक नहीं पहुंच सका. दरअसल, जेल से छूटने के बाद घर जाते समय सड़क दुर्घटना में उसकी मृत्यु हो गई. सूचना मिलते है परिवार में मातम पसर गया. आइए जानते हैं पूरी कहानी…

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जानकारी के मुताबिक, कन्नौज जिले के थाना गुरसहायगंज क्षेत्र का रहने वाला 45 वर्षीय विजय कुमार हत्या के मामले में इटावा जेल में सजा काट रहा था. बीते दिन जेल से उसकी रिहाई हुई थी. जेल से निकलने के बाद वह अपनी पत्नी और बेटी के साथ ऑटो पर सवार होकर घर आ रहा था. तभी लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे के तलाग्राम क्षेत्र में एक तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने ऑटो में पीछे से जोरदार टक्कर मार दी.

स्कॉर्पियो की टक्कर से ऑटो चकनाचूर हो गया. वहीं, इस हादसे में जेल से छूटे विजय कुमार की मौके पर ही मौत हो गई. विजय की बेटी की भी जान चली गई. पत्नी और ऑटो चालक को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. तिर्वा के मेडिकल कॉलेज में उनका इलाज चल रहा है.

इस मामले में जेल गया था विजय

21 मई 2012 में छोटेलाल निवासी ग्राम पडुआपुर (पोस्ट गुगरापुर) की खेत में गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस केस में पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था. मुख्य आरोपी विजेंद्र कुमार था, बाकी आरोपियों में बाबू, राम बाबू , छविराम और विजय कुमार थे.

विजय पहले अनौगी जिला जेल में था, कुछ समय के लिए अपील पर बाहर आया था, उसके बाद उसे इटावा जिला जेल भेज दिया गया. कल (12 अगस्त) जब वह 9 साल की सजा काट कर घर लौट रहा था, तभी सड़क हादसे में उसकी मौत हो गई.

घटना के बाबत पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच-पड़ताल की जा रही है, यदि तहरीर मिलती है तो उसके आधार कार्यवाही की जाएगी. फिलहाल, हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई थी. शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया, जबकि घायलों को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया. साथ ही दुर्घटनाग्रस्त ऑटो को रास्ते से हटवाकर रूट क्लियर करवाया गया.

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