दिल्ली से सटे गाजियाबाद में हत्या और आत्महत्या की एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है. यहां के नंदग्राम थाना क्षेत्र की राधा कुंज-2 कॉलोनी में एक कैंसर मरीज ने अपनी पत्नी की गोली मारकर हत्या करने के बाद खुदकुशी कर ली. इस घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है. पुलिस को घटनास्थल से आधे पेज का एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें पूरे घटनाक्रम की वजह का खुलासा हुआ है. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.
जानकारी के मुताबिक, मूल रूप से मेरठ जिले के बिजौली गांव के रहने वाले कुलदीप त्यागी ने अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से पहले अपनी पत्नी निशु त्यागी की गोली मारकर हत्या कर दी, फिर खुद को भी गोली मार ली. दोनों की मौके पर ही मौत हो गई. इस घटना के वक्त मृतक दंपति के दो बच्चे और पिता घर में ही मौजूद थे. सुसाइड नोट में कुलदीप त्यागी ने लिखा है कि वो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे. इसकी जानकारी परिवार को नहीं थी.
कुलदीप त्यागी नहीं चाहते थे कि उनके इलाज पर भारी भरकम पैसे खर्च हो, जिससे परिवार पर आर्थिक बोझ पड़े. इसी मानसिक दबाव में उन्होंने ये कठोर कदम उठाया. कुलदीप ने सुसाइड नोट में लिखा है कि उन्होंने और उनकी पत्नी ने एक साथ जीने-मरने की कसम खाई थी. इसी वजह से पहले अपनी पत्नी की जान ली और फिर खुदकुशी कर ली. मृतक कुलदीप रियल एस्टेट का काम करता था. कैंसर की बीमारी का पता चलने के बाद से परेशान रहता था.
इस घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. एसीपी पूनम मिश्रा ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला हत्या के बाद आत्महत्या का प्रतीत होता है. सुसाइड नोट की जांच के आधार पर कानूनी प्रक्रिया आगे बढ़ाई जा रही है. कुलदीप त्यागी नहीं चाहते थे कि उनकी बीमारी के इलाज में पैसे खर्च हो, इसलिए उन्होंने अपनी पत्नी की जान लेने के बाद अपनी जान दे दी है.
बताते चलें कि पिछले कुछ वर्षों से गाजियाबाद में कैंसर मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. इसके प्रमुख कारण प्रदूषण, तंबाकू सेवन और अस्वस्थ जीवनशैली को माना जा रहा है. यहां मुंह और फेफड़ों के कैंसर के मामलों में तेजी देखी गई है. बढ़ते प्रदूषण और पान मसाला जैसी आदतों के कारण लोग फेफड़ों और मुंह के कैंसर का शिकार हो रहे हैं. प्रदूषण के कारण शरीर में हानिकारक कण प्रवेश करते हैं, जो फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं.