एक दिल दहला देने वाले मामले में ओडिशा के गंजाम जिले से ऐसी वारदात सामने आई है, जिसमें पहली नजर में आत्महत्या जैसा दिखने वाला मामला दरअसल सुनियोजित हत्या निकला. पुलिस ने इस हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए एक व्यक्ति और उसकी दो प्रेमिकाओं को गिरफ्तार किया है. यह घटना गंजाम जिले के बेलागुंठा थाना क्षेत्र के नुआगांव गांव की है, जहां बीते सोमवार को एक महिला की संदिग्ध मौत हुई थी.
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान संतोष नायक (30), अनीता नायक (26) और श्रुति परीडा (21) के रूप में हुई है. पुलिस के मुताबिक, संतोष एक दिहाड़ी मजदूर है, जिसने करीब 12 साल पहले पूजा नायक (28) से शादी की थी. दोनों के चार बच्चे हैं तीन बेटियां और एक बेटा.
घटना का खुलासा
न्यूज एजेंसी के मुताबिक सोमवार को मृतका की मां शांति नायक को संतोष ने फोन किया. उसने बताया कि पूजा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. सूचना मिलते ही शांति बेटी के घर पहुंचीं, लेकिन उन्हें घर के अंदर जाने से रोक दिया गया. दरवाजे पर ही उन्होंने अपनी बेटी को जमीन पर कपड़े में लिपटा हुआ पड़ा देखा.
शांति ने तुरंत पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज कराई. उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी बेटी का अपने पति से अक्सर झगड़ा होता था, क्योंकि वह दो अन्य महिलाओं के साथ अवैध संबंध रखता था. शिकायत में शांति ने यह भी कहा कि संतोष और उसकी दोनों प्रेमिकाएं पूजा को आए दिन मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करती थीं. शिकायत में शांति नायक ने आरोप लगाया कि मेरी बेटी को लंबे समय से प्रताड़ना झेलनी पड़ रही थी. मुझे पूरा यक़ीन है कि इन तीनों ने मिलकर उसकी हत्या की और इसे आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की.
पुलिस की कार्रवाई
शिकायत दर्ज होते ही बेलागुंठा थाने के प्रभारी निरीक्षक रेबाती साबर की अगुवाई में पुलिस टीम मौके पर पहुंची. शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया और मौके से साक्ष्य जुटाए गए. प्रारंभिक जांच में पुलिस को ऐसे सबूत मिले, जिनसे यह साफ़ हुआ कि पूजा की मौत आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या का मामला है. बेलागुंठा थाने की प्रभारी अधिकारी रेबाती साबर ने बताया, हमने मृतका की मां की शिकायत के आधार पर संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया. जांच में जो शुरुआती सबूत मिले, उनसे हत्या की पुष्टि हुई. इसके बाद तीनों आरोपियों संतोष, अनीता और श्रुति को गिरफ्तार कर लिया गया.
रिश्तों का उलझा जाल
पुलिस सूत्रों के अनुसार, संतोष के अनीता नायक और श्रुति परीडा के साथ लंबे समय से संबंध थे. इस कारण पति-पत्नी के बीच तनाव बढ़ता जा रहा था. संतोष के इन महिलाओं से खुलेआम मेलजोल के चलते पूजा मानसिक दबाव में थी और अक्सर अपने परिवार वालों से इस बात की शिकायत करती थी. गांव के कुछ लोगों का कहना है कि कई बार पंचायत स्तर पर भी इस दंपत्ति के बीच विवाद को सुलझाने की कोशिश हुई, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला. उल्टा, संतोष और उसकी प्रेमिकाओं का व्यवहार पूजा के प्रति और कठोर हो गया.
हत्या का शक कैसे पुख्ता हुआ
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी ऐसे संकेत मिले, जिनसे आत्महत्या का दावा कमजोर पड़ गया. शव पर मौजूद चोट के निशान और गले में कसाव के तरीके ने पुलिस का शक गहरा दिया. जांच में यह भी सामने आया कि घटना वाले दिन पूजा और संतोष के बीच जमकर बहस हुई थी. पुलिस का मानना है कि बहस के दौरान या उसके बाद तीनों आरोपियों ने मिलकर पूजा की हत्या कर दी और फिर उसे आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को फांसी पर लटकाने या लटकाने जैसी स्थिति बनाने की कोशिश की.
आगे की जांच
फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है और यह जानने की कोशिश कर रही है कि हत्या की योजना कब और कैसे बनी. साथ ही, हत्या में इस्तेमाल किए गए तरीके और संभावित कारणों की गहराई से जांच की जा रही है. जांच अधिकारी ने कहा कि फोन रिकॉर्ड, गवाहों के बयान और घटनास्थल से मिले साक्ष्य इस मामले को और मजबूत करेंगे. पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या हत्या में और लोग शामिल थे या सिर्फ यही तीन लोग सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं.
पुलिस का कहना है कि जल्द ही चार्जशीट दाखिल की जाएगी और आरोपियों को कानून के अनुसार कड़ी सजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा. वहीं, गांव में इस घटना को लेकर गुस्सा और आक्रोश का माहौल है. लोग मांग कर रहे हैं कि दोषियों को जल्द से जल्द कठोर सजा दी जाए, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके.