महाराष्ट्र के नागपुर में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां पिता को ब्लैकमेल कर पैसे एंठने के इरादे से तीन लोगों ने नाबालिक बच्चे जीत युवराज सोनेकर का पहले अपहरण किया और बाद में उसकी हत्या कर दी. हैरानी की बात तो ये है कि तीनों ही मृत बच्चे के पिता के दोस्त थे और उसके साथ ही गुमशुदा बच्चे की तलाश का नाटक कर रहे थे.
गला दबाकर हत्या, बोरे में डालकर फेंका शव
उन्होंने एक कार के अंदर मासूम बच्चे जीत की गला दबाकर हत्या कर दी और उसके शव बोर में भरकर सावनेर तहसील के चनकापुर की झाड़ियां में फेंक दिया. मोबाइल मैसेजेज के आधार पर पुलिस ने पिता के एक दोस्त को हिरासत में लिया तो हत्या का राज खुल गया. यह घटना खापरखेड़ा थाना क्षेत्र में सोमवार की रात घटी थी, जो कल उजागर हुई.
पकड़े गए तीनों आरोपी
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 6ठी में पढ़ने वाले मृतक का नाम जीत युवराज सोनेकर है.पुलिस ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है उसमें राहुल पाल ,यश वर्मा ,अरुण भारतीय है. जीत सोमवार सुबह स्कूल गया लेकिन शाम तक घर नहीं लौटा तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की. बाद में गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई. इस बीच बुधवार शाम को एक बकरी चराने वाले को जीत का शव नजर आया. उसके सिर और आंख पर लगी चोट के निशान और खून बहाने से स्पष्ट हुआ कि उसकी हत्या की गई है.
करते रहे बच्चे को ढूंढने का नाटक
अजीब बात यह थी कि जीत के लापता होने के बाद से सभी आरोपी उसके पिता के साथ मिलकर उसकी तलाश के नाटक करते हुए में घूम रहे थे. जीत के पिता युवराज सोनकर और घटना का मास्टरमाइंड राहुल पाल वैकोली कॉलोनी में एक ही मोहल्ले में रहते थे. पिछले सात आठ सालों से उनके बीच अच्छे संबंध थे. कुछ समय पहले ही आरोपी राहुल को सूचना मिली थी की जीत के पिता युवराज ने करोड़ों रुपए की खेती का सौदा किया है। इन्हीं पैसों पर आंख गड़ाए राहुल ने वारदात को अंजाम दे डाला.
पिता से पांच लाख वसुलने की थी योजना
आरोपियों ने जीत का अपहरण कर उसके पिता से पांच लाख वसुलने की योजना बनाई और अपहरण किया लेकिन बाद में उसकी हत्या कर दी. सारा खुलासा होने के बाद तीनों आरोपियों को नागपुर की खापरखेड़ा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. पता चला कि 15 सितंबर को जीत का अपहरण करने के बाद जीत को लेकर आरोपी जगह- जगह घूमते रहे, इसके बाद एक कार में ही उसकी हत्या कर दी.