उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में दुखद हादसा हो गया. यहां के दिलदारनगर रेलवे स्टेशन पर एक महिला ट्रेन की चपेट में आ गई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. महिला की शिनाख्त नहीं हो सकी है. महिला अपनी 3 साल की बेटी को प्लेटफार्म पर बैठाकर दूसरी तरफ जा रही थी. इसी बीच वह विभूति एक्सप्रेस के चपेट में आ गई और उसकी मौत हो गई. जीआरपी के लाख प्रयास के बाद भी महिला के शिनाख्त नहीं होने के चलते उसकी 3 साल की मासूम बेटी अनाथ हो गई.
जीआरपी ने कार्रवाई करते हुए महिला के शिनाख्त होने तक उसकी मासूम बेटी को डीडीयू स्थित चाइल्ड केंद्र को भेज दिया है. महिला अपनी पुत्री को प्लेटफार्म पर बैठाकर किसी काम से प्लेटफार्म की दूसरी ओर जा रही थी, तभी विभूति एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आ गई. उसे संभलने का मौका भी नहीं मिला और ट्रेन के चपेट में आने से उसकी दर्दनाक मौत हो गई.
जीआरपी तलाश रही CCTV फुटेज
स्टेशन मास्टर की सूचना पर पहुंची जीआरपी ने महिला के शव को कब्जे में लेकर आवश्यक कार्रवाई में जुट गई. महिला की शिनाख्त के लिए जीआरपी द्वारा स्टेशन परिसर में लगे हुए सीसीटीवी कैमरा को खंगाला गया. उन्हें महिला की तस्वीर सामने आई है. इस तस्वीर के आधार पर जीआरपी उसके परिजनों की तलाश कर रही है. काफी प्रयास के बाद भी महिला के बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं हो पाई है. महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया गया है.
बच्ची को किया चाइल्ड केंद्र के हवाले
जीआरपी प्रभारी निरीक्षक मुन्ना लाल ने बताया कि महिला स्टेशन पर पुत्री संग क्यों आयी थी? इसका पता नहीं चला है. महिला के शव के शिनाख्त का प्रयास किया जा रहा है. इंटरनेट मीडिया पर भी फोटो शेयर किया गया है. महिला की तीन वर्षीय पुत्री को डीडीयू स्थित चाइल्ड केंद्र के हवाले कर दिया गया है.रेलवे स्टेशन पर एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म को जाने के लिए फुट ओवर ब्रिज का भी निर्माण कराया गया है. लेकिन लोग लापरवाही कहें या फिर जल्दबाजी में उस फुट ब्रिज का प्रयोग करने के बजाय शॉर्टकट में रेलवे लाइन को पार कर जाते हैं. इसी लापरवाही में आए दिन मौत के मामले सामने आते रहते हैं. फिर भी इससे संज्ञान लेने के बजाय को रेलवे लाइनों को पार करते रहते हैं