मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में वाहन चैकिंग की आड़ में लोगों से बदसलूकी करने वाले पुलिस कर्मियों के कई कारनामें सामने आने लगे लेकिन इस बार एक पुलिसकर्मी को अपनी यह हरकत उस समय भारी पड़ गई। उसका सामना इस बार भाजपा के पूर्व महापौर प्रभात साहू से हुआ. जिसमें हेलमेट चैकिंग की आड़ में पुलिसकर्मी ने भाजपा नेता से जमकर बदसलूकी की. यहां तक की मामला झूमाझपटी तक पहुँच गया. जिसमें प्रभात साहू को चोटें पहुँची हैं. जिसके बाद भाजपा नेताओं ने लार्डगंज थाने में हंगामा करते हुए दोषी पुलिसकर्मी पर शिकायत दर्ज कराई है. इसके साथ ही पुलिसकर्मी को पुलिस अधीक्षक द्वारा सस्पेंड कर दिया गया है और विभागीय जाँच के आदेश दिए गए हैं.
बिना हेलमेट और बिना हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट की स्कूटर को लेकर बलदेवबाग चौराहे पर एक पुलिस वाले ने पूर्व महापौर तथा भारतीय जनता पार्टी के महानगर अध्यक्ष रह चुके प्रभात साहू को घेरे में ले लिया. दोनों के बीच न सिर्फ आरोपित तौर पर कहा-सुनी और गाली गलौज हुई, बल्कि वायरलेस सेट वॉकी-टॉकी से पुलिस वाले ने प्रभात साहू पर हमला भी कर दिया। भारतीय जनता पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के साथ हुई इस घटना के बाद स्वाभाविक तौर पर जमकर हंगामा हुआ. बवाल की स्थिति निर्मित हो गई. कार्यकर्ताओं ने पुलिसकर्मी पर निलंबन तथा विभागीय जांच आदि तमाम कार्रवाई के बाद भी पुलिसकर्मी और प्रभात साहू की बीच सुलह नहीं हो पाई। देर रात लॉर्डगंज थाने में मुलाहजे के बाद एफआईआर दर्ज करवाई गई है.
आरोपी पुलिसकर्मी को निलंबित करने तथा उसकी विभागीय जांच संस्थापित करने का आश्वासन पुलिस अधीक्षक द्वारा दिया गया. हालांकि प्रभात साहू ने एक तरह से इस एक्शन को ना काफी बताते हुए सारे प्रस्तावों को नकार दिया. रात के करीब 12:30 बजे प्रभात साहू लॉर्डगंज थाने पहुंचे, जहां से उन्हें मुलाहजा के लिए ले जाया गया. प्रभात साहू के साथ हुई यह घटना उनके वरिष्ठ भाजपा नेता होने के कारण सुर्खियों में आ गई लेकिन जबलपुर के चप्पे-चप्पे की सच्चाई यही है. जिन लोगों के कंधों पर जबलपुर के यातायात को सुगम और सुचारू बनाने की जिम्मेदारी है, वे सब के सब झुंड बनाकर इस तरह से अवैध वसूली कर रहे हैं जैसे बिना हेलमेट वाला और बिना हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट वाला कोई आतंकवादी हो.
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