दिल्ली के आनंद पर्वत इलाके से अगवा किए गए मासूम के मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस को सूचना मिली थी कि तीन महीने के मासूम को अगवा कर लिया गया है. जिसके बाद से पुलिस लगातार मासूम की बरामदगी के लिए छापेमारी कर रही थी. हालांकि तमाम कोशिश के बाद पुलिस टीम ने 18 घंटे के अंदर ही मासूम को सुरक्षित बरामद कर लिया है. पुलिस के मुताबिक मासूम की बराममदगी राजस्थान के खेतड़ी से हुई है. एक आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया है. आरोपी ने बताया कि उसने मासूम को इसलिए किडनैप किया था, क्योंकि उसके एक रिश्तेदार के यहां बेटा नहीं था.
जानकारी के मुताबिक मासूम को 19 अगस्त को किडनैप किया गया था. चेन्नई की रहने वाली एक महिला अपने रिश्तेदार से मिलने के लिए दिल्ली आ रही थी, इसी दौरान ट्रेन में एक शख्स से उसकी मुलाकात हुई, जिसका नाम जितेंद्र बताया जा रहा है. आरोपी जितेंद्र ने ट्रेन में सफर करने के दौरान बातों ही बातों में महिला को विश्वास में ले लिया. दिल्ली पहुंचते ही वो महिला को एक कपड़े की दुकान में ले गया, जहां उसने बच्चे को कपड़े लेने के लिए महिला को कुछ पैसे दिए. महिला जैसे ही बच्चे के लिए कपड़े लेने के लिए दुकान पर गई, इसी दौरान आरोप मासूम को लेकर फरार हो गया. महिला ने मामले की शिकायत पुलिस से की. पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए आसपास के सीसीटीवी खंगालने शुरू कर दिए.
पुलिस ने खंगाले 100 CCTV
मामले की गंभीरता को देखते हुए बच्चे की सुरक्षित बरामदगी के लिए पुलिस की एक स्पेशल टीम का गठन किया गया. पुलिस टीम ने करीब 100 सीसीटीवी फुटेज खंगाले और तकनीकी मदद से आरोपी की पहचान की गई. पुलिस को आरोपी की लोकेशन राजस्थान के खेत्री में मिली. इसके बाद, दिल्ली पुलिस ने राजस्थान पुलिस से संपर्क और मदद से आरोपी तक पहुंचने में कामयाब रही. आरोपी को दबोच कर मासूम को सुरक्षित बरामद किया और बच्चे को उसकी मां को सौंप दिया.
आरोपी ने किया चौंकाने वाला खुलासा
पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने कई चौंकाने वाले खुलासे किए, जिसे सुन पुलि भी दंग रह गई. आरोप ने बताया कि उसके एक रिश्तेदार को बेटा नहीं था, इसलिए उसने लड़का लाने के लिए कहा था. रिश्तेदार की डिमांड को पूरा करने के लिए उसने किडनैपिंग की योजना बनाई और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मौका पाकर वारदात को अंजाम दिया.