पंडरिया, कबीरधाम – पंडरिया विधानसभा में जनजाति समाज के सांस्कृतिक संरक्षण और धर्मांतरण रोकने हेतु पंडरिया विधायक भावना बोहरा द्वारा किए जा रहे सक्रिय प्रयासों का प्रभाव दिखा। रविवार को विशेष पिछड़ी जनजाति छात्रावास मैदान, कुई-कुकदुर में आयोजित सेवा दिवस कार्यक्रम के तहत ग्राम झूमर, बोहिल, आगारपानी, नेउर और छिंदीडीह के 70 जनजाति समाज के लोगों ने अपने मूल धर्म में घर वापसी की। विधायक भावना बोहरा ने उनका पैर पखारकर अभिनंदन कर स्वागत किया।
इस अवसर पर विधायक भावना बोहरा ने कहा कि धर्मांतरण केवल आस्था का मामला नहीं, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक पहचान और विरासत से जुड़ा मुद्दा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वर्तमान सरकार के नेतृत्व में धर्मांतरण को रोकने हेतु कड़े कानून बनाए गए हैं, जिनमें धर्म परिवर्तन से 60 दिन पूर्व जिला मजिस्ट्रेट को सूचना देना अनिवार्य किया गया है। उनका उद्देश्य विदेशी फंडिंग से संचालित एनजीओ एवं मिशनरी गतिविधियों द्वारा जनजाति समाज को भटकाने के प्रयासों को विफल करना है।
विधायक ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के 75वें जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी के दूरदर्शी नीतियों से आदिवासी समाज का सशक्तिकरण हो रहा है। उन्होंने निःशुल्क एम्बुलेंस सेवा, शिक्षा सुविधाएँ, स्वास्थ्य पैथ लैब, पीएम आवास योजना व सड़कों का निर्माण जैसे अनेक विकास कार्यों का जिक्र करते हुए जनजाति समाज के उत्थान हेतु चलाए जा रहे अभियान का उल्लेख किया।
कार्यक्रम में कबीरधाम जिला भाजपा अध्यक्ष श्री राजेन्द्र चंद्रवंशी, पूर्व नगर संघचालक श्री हरीश लुनिया, कुकदुर मंडल अध्यक्ष श्री बसंत वटिया सहित अनेक भाजपा पदाधिकारी, महिला मोर्चा कार्यकर्ता व क्षेत्रवासी भी उपस्थित थे। साथ ही, ग्राम सारपानी के भू-नक्शा लंबित मामले का समाधान भी विधायक भावना बोहरा के प्रयासों से सुनिश्चित किया गया।
विधायक भावना बोहरा ने समापन में कहा कि आदिवासी संस्कृति, सभ्यता व धर्म की रक्षा हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है और इस दिशा में वे निरंतर प्रयासरत रहेंगी। उनका यह कदम पूरे क्षेत्र में सराहनीय उदाहरण बन गया है।