अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच इकलौते टेस्ट मैच में अब तक एक भी गेंद नहीं फेंकी गई है. खिलाड़ी अब भी होटल के कमरों में ही बैठे हैं. और, इन सबकी एक वजह है बारिश. 9 सितंबर से शुरू हुए इस टेस्ट मैच का पहला दिन बारिश की भेंट चढ़ गया और दूसरे दिन भी कितना खेल हो पाएगा, उस पर सस्पेंस है. हालांकि, दूसरे दिन मैदान पर जो नजारा दिखा वो हैरान करने वाला रहा. मैदान को बारिश से सुखाने के लिए ग्राउंड्समैन ने जो तरकीब आजमाई, वो जरा हटकर रही. इसके लिए उन्होंने मिड फील्ड एरिया के गीले हिस्सों को खोद दिया. और, उसकी जगह नेट प्रैक्टिस एरिया से सूखा हिस्से लाकर वहां लगाते दिखे.
ग्राउंड्समैन ने गीले एरिया को सुखाने के लिए खोदा मैदान
ग्राउंड्समैन की तरफ पहले भी मैदान के गीले हिस्सों को सुखाने के अलग-अलग तरीके आजमाए जाते रहे हैं. लेकिन, शायद ही पहले कभी ऐसा देखने को मिला हो, जैसा कि ग्रेटर नोएडा में देखने को मिला. ग्राउंड्समैन वैसे मैदान को खोदने के अलावा गीले हिस्सों को सुखाने के लिए पंखों का इस्तेमाल करते भी दिखे.
Not a good morning from Greater Noida! They have dug a part of the midwicket area and are trying to fix it with some dry patches of grass and soil. Something new I have seen in cricket.#AFGvNZ pic.twitter.com/46ZwYZoqmQ
— Daya sagar (@sagarqinare) September 10, 2024
टेस्ट मैच का पहला दिन बारिश में धुला
ग्रेटर नोएडा में पहले दिन का पूरा खेल भी बारिश की बलि चढ़ गया था. दरअसल, बारिश के चलते ग्रेटर नोएडा स्टेडियम पर कई जगहों पर गीले पैच बन गए थे. मिली जानकारी के मुताबिक पहले दिन अंपायर्स ने कुल 6 बार मैदान का मुआयना किया था. यहां तक कि खिलाड़ियों ने भी बीच-बीच में आकर निरीक्षण किया था. लेकिन, कभी भी ग्राउंड के हालात ऐसे नहीं लगे, जिसपर खेल हो सके.
क्या हो पाएगा दूसरे दिन का खेल?
दूसरे दिन का हाल भी टेस्ट मैच में ज्यादा अलग नहीं है. अंपायर्स दोपहर 3 बजे एक बार फिर ग्राउंड का निरीक्षण करेंगे, जिसके बाद ही ये फैसला हो सकेगा कि खेल शुरू होगा या नहीं. और, अगर शुरू होगा तो कब से होगा.
2016 के बाद से BCCI के तहत होने वाले मुकाबलों का आयोजन ग्रेटर नोएडा स्टेडियम में नहीं हुआ है. 2017 में BCCI ने इस ग्राउंड को बैन भी कर दिया था, क्योंकि कॉर्पोरेट मैचों के दौरान यहां मैच फिक्सिंग का मामला सामने आया था.