मध्य प्रदेश के कान्हा टाइगर रिजर्व में जंगल सफारी शुरू होने के दूसरे दिन ही तीन बाघों के मरने की जानकारी मिली है। मृत बाघों में दो मादा शावक हैं। घटना के बाद पार्क प्रबंधन घटना की जांच कराने की बात कह रहा है। शुरुआती दौर में इस घटना की वजह बाघों के बीच आपसी संघर्ष को माना जा रहा है।
एक अक्टूबर से ही मध्य प्रदेश के सभी टाइगर रिजर्व में सैलानियों की आवाजाही प्रारंभ हुई। जबकि दो अक्टूबर की शाम होते होते तीन टाइगरों (जिनमें दो शावक हैं) के मरने की जानकारी सामने आ गई। दो मौतें कान्हा रेंज की मुंडीदादर बीट में हुईं, जबकि एक की मौत मुक्की रेंज की मवाला में हुई है। मुक्की में दो नर बाघों के बीच संघर्ष का पता चला है। यह घटना हाथी गश्ती दल के सामने ही हुई।
दूसरी घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि यह कान्हा रेंज में उस वक्त हुई जब हाथी गश्ती दल भ्रमण पर था। इसी दौरान उसे दो बाघों के लड़ने की आवाज सुनाई दी। मौके पर जब गश्ती दल पहुंचा तो वहां एक नर बाघ गुर्राते हुए दिखा और उससे कुछ दूरी पर ही एक बाघिन खड़ी रही। बाघिन के पास ही दो शावकों के शव पड़े रहे।