आम आदमी को अक्सर किसी भी राज्य की सरकार से केवल इतना चाहिए होता है कि सरकार उसकी बात को सुन ले लेकिन कई बार पुलिस प्रशासन आम इंसान की अपील को सुनकर भी अनसुना कर देता है जिससे अक्सर लोगों का हौसला जवाब देने लगता है और फिर वो आत्महत्या जैसा कदम उठाने के बारे में सोचने लगते हैं. ताजा मामला मध्य प्रदेश के शिवपुरी से सामने आया. यहां एक आदिवासी शख्स प्रभारी मंत्री के सामने रस्सी लेकर जा पहुंचा और आत्महत्या करने की धमकी दी.
शिवपुरी के गांव हातौद में एक आदिवासी व्यक्ति प्रभारी मंत्री के सामने रस्सी लेकर पहुंच गया. पीड़ित ने प्रभारी मंत्री के सामने महिला पटवारी और उसके स्वजनों पर उसकी पौने चार बीघा जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाया. शख्स ने कहा कि वो फांसी लगाकर आत्महत्या कर लेगा. प्रभारी मंत्री ने उसकी समस्या का समाधान करने की बात कहते हुए उसे वहां से रवाना कर दिया.
जमीन पर अवैध कब्जे से परेशान था युवक
जानकारी के मुताबिक सोमवार को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जनमन आवास का शुभारंभ करने के लिए ग्राम हातौद पहुंचे थे. सिंधिया से पहले वहां शिवपुरी के प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर पहुंचे थे. प्रद्युम्न सिंह तोमर को देखते ही दादौल पंचायत में निवासरत हरगोविंद आदिवासी उनके पास पहुंचे. हरगोविंद ने प्रभारी मंत्री को बताया कि उसकी जमीन पर महिला पटवारी शिवा पांडे सहित उसके स्वजनों ने कब्जा कर रखा है. उसने अपने थैले में से दर्जनों कागज निकालते हुए कहा कि वह तीन साल से तहसीलदार से लेकर कलेक्टर ऑफिस के चक्कर काटकर परेशान है, लेकिन उसकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
रस्सी दिखाकर दी आत्महत्या की धमकी
शख्स ने कहा कि वो वह रस्सी साथ लेकर आया है, अगर यहां भी उसकी सुनवाई नहीं हुई तो वह आज यहीं पर फांसी लगा लेगा. आसपास मौजूद राजस्व अमले ने उसकी रस्सी छीन ली. प्रभारी मंत्री ने उसे आश्वासन दिया कि वह और महाराज सिंधिया उसकी सुनवाई करेंगे. इतना कह कर प्रभारी मंत्री ने उसे वहां से राजस्व अमले के साथ रवाना कर दिया. इस मामले पर शिवपुरी तहसीलदार सिद्धार्थ शर्मा ने बताया कि उन्होंने जमीन का सीमांकन करवा दिया है. मामले की जांच करवाई जा रही है. जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.