मध्यप्रदेश : पन्ना जिला दुनियाभर में प्राकृतिक हीरों के लिए प्रसिद्ध है.आज जब बाजार आर्टिफिशियल हीरों से भरा हुआ है, तब भी पन्ना के असली हीरों की डिमांड लगातार बनी हुई है.यही कारण है कि हजारों लोग खदानों में दिन-रात मेहनत करते हैं, लेकिन हर किसी को यह किस्मत नहीं मिलती.
आदिवासी महिला विनीता गोंड बनीं भाग्यशाली
राजपुर, बड़वारा की रहने वाली आदिवासी महिला विनीता गोंड भी अब उन्हीं खुशकिस्मत लोगों की कतार में शामिल हो गई हैं.खदानों की खाक छानते हुए उन्हें एक साथ तीन दुर्लभ हीरे मिले। इस खोज ने उनकी जिंदगी बदल दी और वे रातों-रात लखपति बन गईं.
पट्टे की खदान से निकले तीन चमकते हीरे
विनीता गोंड ने पट्टे पर ली गई खदान में काम करते समय यह तीन हीरे खोजे.इनमें से एक हीरा बेहद उच्च गुणवत्ता का बताया जा रहा है। हीरा विशेषज्ञ अनुपम सिंह ने जानकारी दी कि इनका वजन क्रमशः 7 सेंट, 1 कैरेट 48 सेंट और 20 सेंट है.
हीरा कार्यालय में जमा, नीलामी की प्रतीक्षा
तीनों हीरे मिलने के बाद विनीता गोंड ने उन्हें पन्ना के हीरा कार्यालय में जमा करा दिया है.अब अगली नीलामी में इन हीरों की कीमत तय होगी। नीलामी पूरी होने के बाद विनीता गोंड को निर्धारित राशि दे दी जाएगी.
परिवार और क्षेत्र में खुशी की लहर
विनीता गोंड की इस उपलब्धि से उनके परिवार और क्षेत्र में खुशी का माहौल है.लोग इसे पन्ना की मिट्टी का चमत्कार और मेहनत की जीत मान रहे हैं.