दमोह : जिले के हटा नगर में उस समय उत्सुकता का माहौल देखने को मिला, जब कोलकाता से आए व्यापारी हबीब ने एक विशेष प्रजाति की विशालकाय मुर्गी लोगों को दिखाई.यह मुर्गी सामान्य देसी या बॉयलर मुर्गियों से कहीं ज्यादा बड़ी और अलग नजर आ रही थी.हबीब द्वारा दिखाई गई यह मुर्गी कर्की प्रजाति की थी, जिसका वर्तमान वजन साढ़े चार किलो है, जबकि यह मुर्गी केवल छह महीने की है.व्यापारी के मुताबिक, कर्की प्रजाति की मुर्गियां 15 से 16 किलो तक वजन प्राप्त कर सकती हैं। यही नहीं, इनकी कीमत भी साधारण मुर्गियों से कई गुना अधिक होती है.
हबीब ने बताया कि एक कर्की मुर्गी की बाजार में कीमत 8 हजार रुपए से लेकर 15 हजार रुपए तक पहुंच जाती है.वहीं इसकी खासियत यह भी है कि यह रोजाना दो अंडे देने में सक्षम होती है.लोगों के बीच कौतूहल का विषय बनी इस मुर्गी ने सभी का ध्यान खींचा और बड़ी संख्या में नगरवासी इसे देखने के लिए पहुंचे.
इस दौरान हबीब केवल मुर्गी ही नहीं, बल्कि उसके चूजे बेचने के लिए भी पहुंचे थे। वे कर्की प्रजाति के चूजे मात्र 50 रुपए प्रति चूजा की दर से बेच रहे थे.हालांकि, लोगों ने चूजों और मुर्गी में दिलचस्पी तो दिखाई, लेकिन खरीदी के मामले में कोई पहल नहीं हुई.कुछ समय इंतजार करने के बाद हबीब वहां से वापस लौट गए.
गौरतलब है कि साधारण देसी मुर्गियों का वजन जहां अधिकतम तीन से साढ़े तीन किलो तक होता है और कीमत लगभग एक हजार रुपए तक पहुंचती है, वहीं कर्की मुर्गियों का वजन इनसे चार से पांच गुना अधिक हो सकता है। यही वजह है कि इनकी कीमत भी सामान्य मुर्गियों से कई गुना अधिक आंकी जाती है.
यह विशेष प्रजाति केवल कोलकाता तक ही सीमित नहीं है, बल्कि मध्यप्रदेश के बालाघाट, जबलपुर के साथ-साथ राजस्थान में भी पाई जाती है.विशेषज्ञों के अनुसार कर्की प्रजाति की मुर्गियां न केवल वजन में भारी होती हैं बल्कि इनकी अंडा उत्पादन क्षमता भी बेहतर होती है.
हटा नगर में इस अनोखी मुर्गी को देखने के लिए भीड़ जुटी, बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक सभी उत्सुकता से इसे निहारते रहे। लोगों का कहना था कि उन्होंने इतनी बड़ी मुर्गी पहले कभी नहीं देखी थी.वहीं व्यापारी हबीब को उम्मीद थी कि कोई खरीदार मिलेगा, लेकिन ऊंची कीमत के चलते खरीदी-बिक्री नहीं हो सकी.
फिलहाल, यह घटना नगर में चर्चा का विषय बनी हुई है.लोग आपस में इस विशेष कर्की प्रजाति की मुर्गी और उसके चूजों की खूबियों पर बातें कर रहे हैं.