नार्मल डिलीवरी से महिला बनी 4 बेटियों की मां, अल्ट्रासाउंड में तीन ही दिखी थीं; पहले से भी हैं 4 बच्चे

बिहार के पूर्णिया में एक महिला ने चार बच्चियों को जन्म दिया है. बायसी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों की टीम ने सुरक्षित डिलीवरी कराई है. महिला का नाम बीबी हसेरून है, जिसकी उम्र 24 साल है. इससे पहले उसके चार बच्चे (दो बेटे और दो बेटियां) थे. अब कुल मिलाकर उसके आठ बच्चे हो गए हैं.

घरवालों के मुताबिक, बीबी हसेरून को समय से पहले डिलीवरी पेन होने पर आशा कार्यकर्ता की मदद से उसे बायसी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया. अस्पताल पहुंचने पर मौजूद डॉक्टरों और नर्सों ने उसका अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट देखा, जिसमें तीन बच्चों का जिक्र था. रिपोर्ट देखकर डॉक्टर और नर्स भी हैरान रह गए, क्योंकि एक साथ तीन बच्चों का जन्म होना भी बेहद दुर्लभ माना जाता है. अस्पताल की एएनएम और नर्सिंग स्टाफ ने महिला को सफल प्रसव के लिए मानसिक रूप से तैयार किया. उन्हें भरोसा दिलाया गया कि डिलीवरी सामान्य तरीके से होगी. टीम के लगातार काउंसलिंग के बाद महिला की घबराहट काफी हद तक कम हो गई.

अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में 4 बच्चियों का जिक्र नहीं

प्रसूति कक्ष में जब महिला का प्रसव शुरू हुआ, तो सबसे पहले तीन बच्चियों का जन्म हुआ. लेकिन थोड़ी ही देर बाद महिला के पेट में फिर हलचल महसूस हुई. जांच करने पर पता चला कि गर्भ में एक और बच्ची मौजूद है, जबकि अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में इसका कोई उल्लेख नहीं था. इसके बाद नर्सों और डॉक्टरों की टीम ने अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए चौथी बच्ची का भी सुरक्षित और सामान्य प्रसव कराया.

डिलीवरी के बाद डॉक्टरों ने मां और चारों बच्चियों की जांच की. सभी को स्वस्थ पाया गया. इस खबर के फैलते ही अस्पताल में स्थानीय लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. लोग बच्चियों की एक झलक पाने के लिए उत्साहित दिखाई दिए.

महिला के पति कैसर आलम ने बताया कि उनकी पत्नी बीबी हसेरून की उम्र मात्र 24 साल है. पहले से ही उनके दो बेटे और दो बेटियां हैं. अब एक साथ चार बेटियों के जन्म से उनके कुल आठ बच्चे हो गए हैं. उन्होंने कहा कि जब पत्नी को प्रसव पीड़ा हुई तो आशा कार्यकर्ता की मदद से उन्हें तत्काल अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों और नर्सों की देखरेख में यह सफल डिलीवरी हो सकी.

मां और चारों बच्चियों को पूर्णिया मेडिकल कॉलेज किया गया रेफर

फिलहाल, बेहतर देखभाल और चिकित्सकीय निगरानी के लिए मां और चारों बच्चियों को पूर्णिया मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है. चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि देश में ऐसे मामले अक्सर देखने को मिलते हैं, लेकिन सामान्य प्रसव से चार स्वस्थ बच्चों का जन्म होना बेहद दुर्लभ है. कई बार ऐसे मामलों में बच्चों के जीवित रहने की संभावना कम होती है, लेकिन बायसी का यह मामला उम्मीद और हिम्मत की मिसाल साबित हुआ है.

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