बिलासपुर में महिला ने रोका CM विष्णुदेव साय का काफिला, पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में रविवार को अचानक एक महिला मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के काफिले के आगे गई और उसने जमकर हंगामा किया. रेप पीड़िता महिला का आरोप है कि आरोपी के द्वारा जेल से छूटने के बाद केस वापस लेने का दबाव बनाने के लिए उससे मारपीट की जा रही है. जिसकी शिकायत उसने थाने में की लेकिन आरोपी पर किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हुई. कलेक्टर को आवेदन देने पर सिर्फ एफआईआर दर्ज की गई है. पुलिस प्रशासन की लापरवाही से परेशान पीड़ित महिला मुख्यमंत्री के काफिले के सामने बैठ गई और रोती रही.

जिसके बाद हंगामा बढ़ता देख बीजेपी विधायक सुशांत शुक्ला ने पीड़ित महिला से बातचीत की और उचित कार्रवाई का भरोसा दिया. पीड़ित महिला का आरोप है कि आरोपी और उसकी पत्नी ने उसके घर में घुसकर मारपीट की और उसकी प्राइवेट फोटो और वीडिया वायरल करने की धमकी दी. जब पुलिस ने उसकी सुनवाई नहीं की तो उसे मुख्यमंत्री के काफिले के सामने बैठना पड़ा.

‘आरोपी पर नहीं हुई कार्रवाई’

महिला का आरोप है कि आरोपी द्वारा उसे अपने पक्ष में बयान देने के लिए दबाव बनाया जा रहा था, ऐसा करने से मना करने पर उससे मारपीट भी की गई. जिसकी शिकायत लेकर वो तीन दिन तक थाने के चक्कर काटती रही लेकिन उसका आवेदन नहीं लिया गया. जिसकी बाद थक हारकर उसने कलेक्टर कार्यालय का रुख किया और अकेले धरने पर भी बैठी. जिसके बाद थाने में शिकायत दर्ज कर एफआईआर लिखी गई, लेकिन इसकी बाद भी आरोपी पर कार्रवाई नहीं की गई.

कांग्रेस ने बीजेपी सरकार को घेरा

घटना को लेकर कांग्रेस ने विष्णुदेव साय सरकार पर निशाना साधा. कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय ठाकुर ने कहा कि छत्तीसगढ़ में यह तस्वीर दिखाती है कि प्रदेश में किस तरह से लगातार अपराध बढ़ रहे हैं, कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है न्याय पाने के लिए पीड़ितों को इस तरह काफिले के सामने बैठना पड़ रहा है. प्रशासनिक अराजकता चरम सीमा पर है. महिला की रोती बिलखती तस्वीर बता रही है कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति हो रही है. पुलिस प्रशासन अपराधियों को नियंत्रित नहीं कर पा रहा है.

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