लोन के रुपये जमा करने के नाम पर एक युवती से सात लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। युवती ने एक कंपनी से ऑनलाइन लोन लिया था। कंपनी ने उसे सात लाख रुपये लोन दिया था। युवती ने कुछ समय बाद लोन के सात लाख रुपये जमा करवा दिए थे। मगर कंपनी के कर्मचारी ने अपने बैंक खाते में रुपये जमा करवा लिए थे। मामले में चिमनगंज पुलिस ने केस दर्ज किया है।
7 लाख लोन देने पर नहीं हुई EMI बंद
टीआइ गजेंद्र पचौरिया ने बताया कि नेहा ठाकुर निवासी तिरुपति धाम कॉलोनी ने मार्च में निजी फाइनेंस कंपनी से सात लाख रुपये लोन लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। वेरिफिकेशन के लिए युवती के घर कंपनी का एक कर्मचारी विकास कुमार निवासी उत्तम नगर दिल्ली आया था। लोन लेने के कुछ समय बाद युवती ने पूरा लोन चुकाने के लिए वेरिफिकेशन के लिए आए विकास को सात लाख रुपये का चेक दे दिया था। मगर इसके बाद भी उसकी ईएमआइ बंद नहीं हुई थी।
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
आरोपी ने अपने खाते में जमा किए पैसे
युवती ने कंपनी के कार्यालय से इसकी जानकारी ली तो पता चला था कि लोन के रुपये उसके खाते में जमा ही नहीं हुए हैं। विकास कुमार ने रुपये अपने बैंक खाते में जमा कर लिए थे। युवती ने विकास से चर्चा की तो उसने बताया कि रुपये उसने खर्च कर दिए हैं। जिसके बाद युवती ने चिमनगंज पुलिस को शिकायत की थी। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ केस दर्ज किया है।