सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी नियुक्ति पत्र थमाकर करोड़ों रुपये की ठगी का मामला प्रकाश में आया है। ठगी की शिकार हुई दुर्ग निवासी प्रिया देशमुख ने शिकायत दर्ज कराई है। इस मामले में पद्मनाभपुर पुलिस ने सरगुजा निवासी रजत गुप्ता, उसकी पत्नी अमोलक्ष्मी और एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया है।
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने नौकरी दिलाने के नाम पर दुर्ग में ही कुछ और लोगों से ठगी की है। लेकिन ऐसे पीड़ित अभी सामने नहीं आ रहे हैं। फिलहाल पुलिस आरोपियों की पतासाजी का प्रयास कर रही है। पुलिस के मुताबिक ठगी का पूरा मामला 31 दिसंबर 2022 से 2025 तक की अवधि का है।
पद्मनाभपुर थाना प्रभारी राजकुमार लहरे ने बताया कि प्रिया वर्ष 2022 में आरोपी रजत के संपर्क में आई। आरोपी ने प्रिया को बताया कि उसकी पत्नी मंत्रालय में नौकरी करती है। वह सरकारी विभाग ने नौकरी लगा सकती है। प्रिया आरोपी के झांसे में आ गई।
आचार संहिता के दौरान दिया नियुक्ति पत्र
पहले नायब तहसीलदार के पद पर नियुक्ति के लिए बात हुई। लेकिन बाद में उसे नारायणपुर में खाद्य निरीक्षक के पद पर ज्वाइनिंग के लिए नियुक्ति पत्र दिया गया। नियुक्ति पत्र वर्ष 2023 में विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होने के दौरान दिया गया। बाद में आरोपी ने ज्वाइनिंग की तिथि समाप्त होना बताते हुए रकम हड़प ली।
1 करोड़ 66 लाख की ठगी
प्रिया ने आरोपी को पहले 45 लाख रुपये का भुगतान किया। इसके बाद किस्त-किस्त में और राशि का भुगतान किया। आरोपी ने प्रिया से कुल 1 करोड़ 66 लाख रुपये वसूले।
पुलिस ने बताया कि आरोपित ने बलौदाबाजार, बिलासपुर, अंबिकापुर क्षेत्र में भी नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से साढ़े चार करोड़ की ठगी की है।